बाहुबली: द एपिक - एक महाकाव्य अनुभव का पुनरावलोकन
बाहुबली: द एपिक एक महाकाव्य फिल्म है, जिसमें बाहुबली: द बिगिनिंग और बाहुबली 2: द कन्क्लूजन की कहानी को एक साथ प्रस्तुत किया गया है। इस नए संस्करण में लगभग 80 मिनट की कटौती की गई है, जिससे दर्शकों को एक संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली अनुभव मिलता है। क्या यह फिल्म फिर से देखने लायक है? जानें कि निर्माताओं ने किस तरह से महत्वपूर्ण दृश्यों को संपादित किया है और क्या नए तत्व जोड़े गए हैं।
| Nov 1, 2025, 13:24 IST
बाहुबली: द एपिक का संक्षिप्त परिचय
बाहुबली: द एपिक एक दो-भाग वाली भारतीय फिल्म गाथा है, जिसमें बाहुबली: द बिगिनिंग और बाहुबली: द कन्क्लूजन की कहानी को एक महाकाव्य रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह फिल्म अपनी भव्यता और शानदार दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। कई दर्शक, जो पहले इन फिल्मों को सिनेमाघरों में नहीं देख पाए थे, अब बड़े पर्दे पर इनका आनंद ले रहे हैं। चूंकि अधिकांश लोग फिल्म देख चुके हैं, तो सवाल उठता है: क्या प्रभास की यह फिल्म फिर से देखने लायक है? क्या इसमें कुछ नए दृश्य जोड़े गए हैं? आइए जानते हैं।
बाहुबली का नया संस्करण
इस नए संस्करण में दोनों फिल्मों को एक साथ मिलाकर लगभग 80 मिनट कम किया गया है, जिससे कुल रनटाइम लगभग पांच घंटे से घटकर 3.5 घंटे रह गया है। एसएस राजामौली की रोमांचक शैली को फिर से देखने का यह एक अच्छा अवसर है। हालांकि, "बाहुबली: द एपिक" का पहला भाग मूल "बाहुबली 2: द कन्क्लूजन" की लय को बनाए रखता है, लेकिन कुछ गायब फुटेज ने राजामौली की विशाल कथा को प्रभावित किया है।
महाकाव्य कथा का सार
बाहुबली: महाकाव्य कथा
एसएस राजामौली ने बाहुबली: द बिगिनिंग (2015) और बाहुबली 2: द कन्क्लूजन (2017) को एक शानदार सिनेमाई यात्रा में पिरोया है। इस बार भी, शक्ति और भव्यता का प्रदर्शन बड़े पर्दे पर देखने को मिलता है। अमरेंद्र बाहुबली (प्रभास) एक शक्तिशाली योद्धा हैं, जो राजनीति और छल का शिकार होते हैं और अपने प्रिय 'मामा' कटप्पा (सत्यराज) द्वारा मारे जाते हैं। जो लोग इस बारे में नहीं जानते, उनके लिए यह सवाल उठता है: "कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?" यदि आपने अभी तक फिल्म नहीं देखी है, तो यह जानने का सही समय है।
कथानक में महत्वपूर्ण मोड़
राजमाता शिवगामी देवी (राम्या कृष्णन) अपने बेटे महेंद्र बाहुबली (प्रभास) को बचाने में सफल होती हैं। अमरेंद्र बाहुबली का दुष्ट चचेरा भाई, राणा दग्गुबाती, राजगद्दी पर काबिज हो जाता है और महिष्मती को एक भयावह स्थान में बदल देता है। वह अपने भाई की पत्नी देवसेना (अनुष्का शेट्टी) को मोहित कर लेता है, जो अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए अपने बेटे की वापसी का इंतजार कर रही है। तमन्ना भाटिया ने भी फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
महाकाव्य अभिनय
बाहुबली: महाकाव्य अभिनय
जब प्रभास युद्ध के मैदान में कदम रखते हैं, तो उनकी उपस्थिति अद्वितीय होती है। उनकी आंखों, संवाद अदायगी और लुक ने फिल्म को जीवंत बना दिया है। राम्या कृष्णन ने शिवगामी के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। सत्यराज का कटप्पा के रूप में अभिनय भी शानदार है। राणा दग्गुबाती ने दुष्ट राजा भल्लालदेव की भूमिका में दर्शकों को नफरत करने पर मजबूर कर दिया।
निर्माताओं द्वारा संपादित दृश्य
बाहुबली: द एपिक में संपादित सामग्री
निर्माताओं ने दोनों बाहुबली फिल्मों के हर दृश्य को 'प्रतिष्ठित' माना है। लेकिन, 7 घंटे की फिल्म को 3.5 घंटे में संपादित करना एक चुनौती थी। एसएस राजामौली ने अपनी प्रतिभा का उपयोग करते हुए कुछ दृश्यों को हटाया, जैसे प्रभास और तमन्ना भाटिया के बीच की प्रेम कहानी के कुछ तत्व। इसके अलावा, नोरा फतेही के गाने भी फिल्म से हटा दिए गए थे।
