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बिहार में अंधविश्वास के चलते दंपति पर भीड़ का हमला, पति की मौत

बिहार के नवादा जिले में एक जन्मदिन की पार्टी के दौरान अंधविश्वास के चलते दंपति पर भीड़ ने हमला कर दिया। म्यूजिक सिस्टम में खराबी को 'काला जादू' से जोड़ते हुए गांव वालों ने पति को पीट-पीटकर मार डाला, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है। जानें इस खौफनाक घटना के बारे में विस्तार से।
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बिहार में अंधविश्वास के चलते दंपति पर भीड़ का हमला, पति की मौत

बिहार में अंधविश्वास का खौफनाक मामला

बिहार के नवादा जिले में एक बार फिर अंधविश्वास और भीड़ की हिंसा का भयानक उदाहरण देखने को मिला है। यहां एक जन्मदिन की पार्टी में म्यूजिक सिस्टम के खराब होने को कुछ लोगों ने 'काला जादू' से जोड़ दिया। इस अफवाह ने इतना तूल पकड़ा कि गांव वालों ने एक दंपति को घेर लिया, उन्हें अपमानित किया और बेरहमी से पीटा। इस घटना में पति की जान चली गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई।


घटना का विवरण

नवादा जिले के पंचुगढ़ मुसहरी गांव में मोहम्मद मंजही के घर जन्मदिन का आयोजन किया गया था। पार्टी में लगे साउंड सिस्टम में बार-बार खराबी आ रही थी। इसी दौरान यह अफवाह फैल गई कि गांव के गयामांझी और उनकी पत्नी इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार हैं और वे काला जादू करते हैं। यह सुनते ही भीड़ भड़क उठी और दंपति को घर से बाहर खींच लिया गया।


भीड़ की क्रूरता

गांव वालों ने दंपति को न केवल पीटा, बल्कि उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित भी किया। पुलिस के अनुसार, उनके सिर को आंशिक रूप से मुंडवाया गया, गले में जूतों की माला पहनाई गई और उन्हें पेशाब पिलाने की कोशिश की गई। भीड़ ने दोनों को सड़कों पर घुमाया और बेरहमी से मारपीट की। इस हिंसा में 58 वर्षीय गयामांझी की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई।


पुलिस की कार्रवाई

हिसुआ थाना पुलिस को सूचना मिली कि दंपति पर भीड़ ने हमला कर दिया है और महिला को जिंदा जलाने की योजना बनाई जा रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को बचाया और शव को अपने कब्जे में लिया। नवादा के एसपी अभिनव धिमान ने बताया कि अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें कार्यक्रम का आयोजन करने वाला मोहम्मद मंजही और नौ महिलाएं शामिल हैं।


अस्पताल में भर्ती और जांच जारी

गंभीर रूप से घायल महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें कई चोटें आई हैं लेकिन उनकी स्थिति स्थिर है। पुलिस का कहना है कि अंधविश्वास के नाम पर हुई इस हत्या ने गांव में दहशत फैला दी है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ा जाएगा।