भारतीय क्रिकेट में संन्यास की उम्र: युवा खिलाड़ियों की जगह लेने वाले दो दिग्गज

संन्यास की चर्चा

संन्यास: भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है। इस दौरे से पहले, टीम के दो प्रमुख खिलाड़ियों ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का निर्णय लिया है। पूर्व कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा के इस फैसले ने सभी को चौंका दिया है। उनके संन्यास के बाद टीम में युवा खिलाड़ियों की भरमार हो गई है। हालांकि, कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो संन्यास लेने के बावजूद खेलना जारी रखे हुए हैं।
संन्यास न लेने वाले खिलाड़ी
रविंद्र जडेजा- टीम इंडिया के अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन हर चीज की एक सीमा होती है। जडेजा को इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया है, लेकिन उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें संन्यास लेने पर विचार करना चाहिए था।
जडेजा का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से संतोषजनक नहीं रहा है, जिसके कारण उन्हें बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में शुरुआती मैचों में मौका नहीं मिला। टीम प्रबंधन ने युवा ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर पर भरोसा जताया था। जडेजा को चोटों ने भी परेशान किया है, जिससे उनके प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
जडेजा ने भारत के लिए 80 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 34.74 की औसत से 3370 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में, उन्होंने 24.14 की औसत से 323 विकेट लिए हैं। हालाँकि, पिछले दो वर्षों में उनका प्रदर्शन काफी कमजोर रहा है, जिसमें उन्होंने 13 मैचों में 28 की औसत से केवल 566 रन बनाए हैं।
केएल राहुल का प्रदर्शन
केएल राहुल- टीम इंडिया के बल्लेबाज केएल राहुल लंबे समय से टीम का हिस्सा हैं। उनके टैलेंट को देखते हुए, हर कप्तान ने उन्हें कई मौके दिए हैं। हालांकि, उन्होंने कई बार निराश किया है। टीम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है, लेकिन राहुल की टीम में जगह अभी भी बनी हुई है।
राहुल का हालिया प्रदर्शन भी संतोषजनक नहीं रहा है। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट शतक 2023 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। पिछले दो वर्षों में, उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में 28 की औसत से 510 रन बनाए हैं और केवल 4 अर्धशतक बनाए हैं। इसलिए, उन्हें भी अपने प्रदर्शन को देखते हुए संन्यास लेने पर विचार करना चाहिए।