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मध्य प्रदेश में रहस्यमय जानवर का आतंक: ग्रामीणों की सुरक्षा को खतरा

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के लिंबई गांव में एक रहस्यमय जानवर के हमले ने 18 लोगों को प्रभावित किया है, जिसमें से 6 की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों का मानना है कि यह जानवर लकड़बग्घा हो सकता है, लेकिन वन विभाग को कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग करते हुए वन विभाग के कार्यालय का दौरा किया। सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं और सभी को एंटी-रेबीज इंजेक्शन दिए जा रहे हैं। जानवर की पहचान अभी भी एक रहस्य है, और ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ रही है।
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मध्य प्रदेश में रहस्यमय जानवर का आतंक: ग्रामीणों की सुरक्षा को खतरा

मध्य प्रदेश में रहस्यमय जानवर का आतंक

Madhya Pradesh Mystery Beast: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के लिंबई गांव में एक अजीब और डरावनी घटना ने स्थानीय लोगों को भयभीत कर दिया है। 5 मई को एक रहस्यमय जीव ने गांव के 18 निवासियों पर हमला किया। इस हमले के बाद से 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में आतंक का माहौल बन गया है।


जानवर की पहचान पर सवाल

गांव के लोग और वन विभाग दोनों इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आखिरकार यह जानवर कौन है। ग्रामीणों का मानना है कि यह एक लकड़बग्घा (हाइना) हो सकता है, लेकिन वन विभाग को इस बात की पुष्टि करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।


गुस्साए ग्रामीणों का मार्च

गुस्साए ग्रामीणों का मार्च: जैसे-जैसे मौतों की संख्या बढ़ रही है, लोगों का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एक 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बाद, ग्रामीण 9 किलोमीटर पैदल चलकर वन विभाग के कार्यालय पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। उन्होंने स्वास्थ्य और वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।


ग्रामीणों की व्यथा

‘जीवन ठप हो गया है’: एक स्थानीय निवासी ने कहा, 'वन विभाग की निष्क्रियता के कारण हम खेतों में नहीं जा सकते। अकेले बाहर निकलने में डर लगता है और न ही कोई CCTV लगा है।'
एक अन्य ग्रामीण अरुण जामरे ने कहा, 'स्वास्थ्य विभाग ने 25 मई के बाद ही जागना शुरू किया। क्या वे लोगों की मौत का इंतजार कर रहे थे?'


सरकारी जवाब और बचाव

सरकारी जवाब और बचाव: वन विभाग का कहना है कि उन्होंने गांव के 4 किलोमीटर के दायरे में तलाशी अभियान चलाया है, लेकिन अब तक किसी जानवर का कोई निशान नहीं मिला है। उन्होंने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे अकेले बाहर न जाएं और सभी को एंटी-रेबीज इंजेक्शन दिए जा रहे हैं।

राजपुर के मेडिकल अधिकारी देवेंद्र रोमड़े ने बताया कि सभी मरीजों का उचित इलाज किया गया और जिन्हें जरूरत थी, उन्हें बड़वानी रेफर किया गया। सरकार ने मुआवज़ा देने की बात भी कही है। गांव में दहशत कायम है और हमलावर जानवर की पहचान अभी भी एक रहस्य बनी हुई है। ग्रामीणों की मांग है कि अब ठोस कार्रवाई हो, ताकि और जानें न जाएं।