Newzfatafatlogo

माउंट एवरेस्ट दिवस: अद्भुत 360 डिग्री दृश्य का वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर माउंट एवरेस्ट का एक अद्भुत 360 डिग्री वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हिमालय के शिखर से बर्फ से ढके पहाड़ों का दृश्य दिखाया गया है। यह वीडियो बेन एम जोन्स द्वारा रिकॉर्ड किया गया है और इसे देखने वाले दर्शकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। इसके साथ ही, 29 मई को अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस मनाया जाता है, जो पर्वतारोहण में शेरपा समुदाय के योगदान को मान्यता देता है। जानें इस दिन के महत्व और समारोहों के बारे में।
 | 
माउंट एवरेस्ट दिवस: अद्भुत 360 डिग्री दृश्य का वायरल वीडियो

माउंट एवरेस्ट का वायरल 360 डिग्री वीडियो

माउंट एवरेस्ट दिवस: हाल ही में सोशल मीडिया पर माउंट एवरेस्ट का एक 360 डिग्री वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में माउंट एवरेस्ट के शिखर से अद्भुत दृश्य को कैद किया गया है। इसे बेन एम जोन्स ने एक साफ-सुथरे दिन में रिकॉर्ड किया है। यह वीडियो दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर से हिमालय के विशाल क्षेत्र का 360 डिग्री दृश्य प्रस्तुत करता है, जहां बर्फ से ढकी चोटियां और आकाश एक साथ मिलते हैं। इस वीडियो ने प्रकृति प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया है और इसे अद्भुत बताया गया है।


यह वीडियो सीधे माउंट एवरेस्ट के शिखर से लिया गया है, जिसे नेपाल में सगरमाथा और तिब्बत में कुमोलांगमा के नाम से जाना जाता है। यह 8,848.86 मीटर (29,031.7 फीट) की ऊंचाई से रिकॉर्ड किया गया है, जो दर्शकों को दुनिया के सबसे ऊंचे बिंदु का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। सूरज के निकटता का अहसास और चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ों का दृश्य, इसे देखने वाले के लिए एक विशेष अनुभव बनाता है।




अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस 2025

अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस 2025


29 मई को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। 1953 में, न्यूजीलैंड के सर एडमंड हिलेरी और नेपाल के तेनजिंग नॉरगे ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहली बार कदम रखा था। तभी से इस दिन को 'अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस' के रूप में मनाया जाता है, जो पर्वतारोहण में शेरपा समुदाय के योगदान को भी मान्यता देता है।


यह दिन नेपाल और विश्वभर में मनाया जाता है। इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा और शहीद पर्वतारोहियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। काठमांडू, लुकला और नमचे बाजार जैसे स्थानों पर स्थानीय लोग और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक एकत्र होते हैं और साहस और मानवता की भावना का जश्न मनाते हैं।