राम मंदिर के नाम पर बड़ा ठगी मामला: 3.85 करोड़ की वसूली

राम मंदिर के प्रसाद वितरण में ठगी का मामला
नई दिल्ली - राम मंदिर के नाम पर एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है। जानकारी के अनुसार, एक आरोपी ने ऑनलाइन एजेंसी के माध्यम से राम मंदिर के प्रसाद वितरण के नाम पर 6 लाख 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को ठगा। जब यह मामला उजागर हुआ, तब तक आरोपी ने श्रद्धा के नाम पर 3 करोड़ 85 लाख रुपए की ठगी कर ली थी।
आरोपी आशीष ने सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्मों का उपयोग करते हुए एक वेबसाइट और भुगतान गेटवे बनाया, जिसमें उसने लोगों से रामलला का प्रसाद घर तक पहुंचाने का वादा किया। श्रद्धालुओं ने अपनी श्रद्धा के अनुसार पैसे भेजे, जिसमें प्रसाद की कीमत 51 रुपए से शुरू होती थी। जनवरी 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर लोगों ने प्रसाद के लिए पैसे भेजे, यह सोचकर कि उनका पैसा भगवान को चढ़ाया गया होगा। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही थी। आरोपी ने प्रसाद के नाम पर लगभग 3 करोड़ 85 लाख रुपए इकट्ठा किए, जिसमें 6 लाख 30 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल थे।
इस मामले की जानकारी मिलने पर अयोध्या साइबर थाना टीम ने तुरंत कार्रवाई की और शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया। साइबर थानाध्यक्ष और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर के नेतृत्व में टीम ने गहन जांच की और आरोपी आशीष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अयोध्या पुलिस ने इस मामले में 3 करोड़ 85 लाख में से 2 करोड़ 15 लाख रुपए फ्रीज कर पीड़ितों के खातों में वापस किए हैं। शेष 1 करोड़ 70 लाख रुपए की रिकवरी प्रक्रिया जारी है, और जल्द ही उन्हें भी लौटाने का दावा किया जा रहा है। यह न केवल अयोध्या पुलिस की एक बड़ी सफलता है, बल्कि देश के साइबर धोखाधड़ी के इतिहास में सबसे बड़ी रिकवरी में से एक है।