राहुल गांधी ने चुनावी घोटाले के आरोपों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की
राहुल गांधी का चुनावी घोटाले पर आरोप
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने चुनाव में मतदाता सूची में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया, खासकर महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों के बाद। राहुल ने कहा कि मतदाता सूची में नए पंजीकरण केवल 5 महीनों में हुए, जबकि यह अवधि 5 साल होनी चाहिए थी।राहुल गांधी ने यह भी बताया कि वयस्क मतदाताओं की संख्या राज्य की कुल जनसंख्या से अधिक दिखाई गई है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि शाम 5 बजे के बाद मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि हुई। इसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग को चार पत्र भेजे और मतदाता सूची की मांग की।
उन्होंने चुनाव आयोग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग ने सबूतों को नष्ट कर दिया। चुनाव आयोग ने डिजिटल मतदाता सूची उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया और सीसीटीवी फुटेज को सीमित समय तक रखने के लिए कानून में बदलाव किया गया। राहुल ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग आखिर क्या छिपा रहा है।
कांग्रेस ने इस मामले की जांच शुरू की, जिसमें पाया गया कि सर्वेक्षण में कांग्रेस को 16 सीटें जीतते दिखाया गया था, जबकि वास्तविकता में उन्हें केवल 9 सीटें मिलीं। राहुल ने बेंगलुरु मध्य निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कई मतदाता पंजीकरणों की जांच की गई।
उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा दिए गए दस्तावेजों को कंप्यूटर द्वारा पढ़ा नहीं जा सकता। जब सूची की जांच की गई, तो कई डुप्लिकेट मतदाता पाए गए। राहुल ने आदित्य श्रीवास्तव नामक एक मतदाता का उदाहरण दिया, जो विभिन्न स्थानों पर मतदान करते पाए गए।
आदित्य श्रीवास्तव, जिनका मतदाता क्रमांक FPP6437040 है, मुंबई, बेंगलुरु और लखनऊ में मतदान करते पाए गए। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले के सबूत पेश किए और चुनाव आयोग की मतदाता सूची पर सवाल उठाए।
उन्होंने यह भी बताया कि एक ही पते पर कई मतदाता रहते हैं, जैसे मकान संख्या 35 में 80 और मकान संख्या 791 में 47 मतदाता पंजीकृत हैं।