Newzfatafatlogo

रोशनी वालिया: मां की सलाह और खुला नजरिया

बॉलीवुड की युवा अभिनेत्री रोशनी वालिया ने अपनी मां के खुले विचारों और सलाहों के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां ने उन्हें हमेशा प्रोटेक्शन का उपयोग करने की सलाह दी और उन्हें बाहर जाने के लिए प्रोत्साहित किया। रोशनी ने अपनी मां के साथ अपने संबंधों को साझा किया और बताया कि कैसे उनकी मां ने उनके जीवन को आकार दिया। जानें और भी दिलचस्प बातें इस लेख में।
 | 
रोशनी वालिया: मां की सलाह और खुला नजरिया

रोशनी वालिया की मां का प्रभाव

मुंबई। बॉलीवुड की उभरती हुई अभिनेत्री रोशनी वालिया जल्द ही अजय देवगन की फिल्म 'सन ऑफ सरदार 2' में दिखाई देंगी। इससे पहले, उन्होंने टेलीविजन पर भी कई भूमिकाएं निभाई हैं। हाल ही में एक साक्षात्कार में, रोशनी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया और बताया कि उनकी मां कितनी उदार विचारों वाली हैं। रोशनी तब मुंबई आईं जब उनकी उम्र केवल 7 वर्ष थी और उन्हें एक सिंगल मदर ने पाला है। उन्होंने अपनी मां के साथ अपने संबंधों के बारे में भी चर्चा की।


रोशनी ने कहा कि उनकी मां ने कभी भी उन पर सख्ती नहीं की। उन्होंने 'हॉटरफ्लाई के द मेल फेमिनिस्ट पॉडकास्ट' में बताया कि उन्होंने अपनी मां से कभी झूठ नहीं बोला। चाहे किसी लड़के से मिलने जाना हो या घर बुलाना हो, वह हमेशा अपनी मां से खुलकर बात करती हैं। रोशनी ने यह भी कहा कि उनके दोस्त उनकी मां के साथ बहुत अच्छे से घुल-मिल जाते हैं और उन्हें आंटी नहीं, बल्कि स्वीटी कहकर बुलाते हैं।



जब रोशनी से पूछा गया कि क्या उनकी मां ने उन्हें कभी कुछ ऐसा कहा है जो अजीब लगे, तो उन्होंने बताया कि उनकी मां हमेशा उन्हें प्रोटेक्शन का उपयोग करने की सलाह देती हैं। उन्होंने कहा, 'मेरी मां ने हमेशा कहा है कि जो भी करो, प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करो।' यह बात भारतीय परिवारों में अभी भी एक नई सोच मानी जाती है।


रोशनी ने यह भी साझा किया कि उनकी मां उन्हें बाहर जाने और पार्टी करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। उन्होंने कहा, 'मेरी मां कहती हैं, बाहर जाओ, पार्टी करो, मजे करो।' यह उनके पंजाबी परिवार की एक सामान्य सोच है।


रोशनी ने बताया कि जब वह 7 साल की थीं, तब उन्हें पहला विज्ञापन मिला था। उनकी मां ने उनके लिए फोन खरीदने के लिए अपना सोना बेचा। रोशनी ने कहा कि उनकी मां इलाहाबाद से मुंबई आईं और उनकी जिंदगी बदल गई। उन्होंने एक पारिवारिक छुट्टी के दौरान मुंबई में एक विज्ञापन के लिए ऑडिशन दिया था, और उन्हें बिना किसी उम्मीद के चयनित किया गया।