रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी यादव पर लगाए गंभीर आरोप, बिहार की सियासत में हलचल
रोहिणी आचार्य का बयान
नई दिल्ली - बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की हार के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने भाई तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी के आरोपों ने बिहार की राजनीतिक स्थिति को गरमा दिया है।
शनिवार को रोहिणी ने सोशल मीडिया पर राजनीति छोड़ने की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने एक और पोस्ट में कहा कि उनके साथ मारपीट के लिए चप्पल उठाई गई। रोहिणी ने रविवार को एक पोस्ट में लिखा, "एक बेटी, बहन, शादीशुदा महिला और मां को अपमानित किया गया, गंदी गालियां दी गईं, और मारने के लिए चप्पल उठाई गई। मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया और सच का समर्पण नहीं किया, जिसके कारण मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी।"
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उनके मायके से निकाल दिया गया और अनाथ बना दिया गया। रोहिणी ने यह भी कहा कि कोई भी उनके रास्ते पर न चले और किसी घर में उनकी तरह की बेटी या बहन न हो।
शनिवार को मीडिया से बातचीत में रोहिणी ने कहा कि उनका कोई परिवार नहीं है और उन्हें तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज़ ने परिवार से बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि ये लोग कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते और पार्टी की गिरावट पर सवाल उठाने पर अपमानित किया जाता है।
रोहिणी के गंभीर आरोपों पर परिवार के किसी सदस्य की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उनके भाई तेजप्रताप यादव ने अपनी बहन का समर्थन करते हुए कहा कि जो भी उनकी बहन का अपमान करेगा, उस पर कृष्ण का सुदर्शन चलेगा।
