Newzfatafatlogo

रोहिणी आचार्य ने राजनीति में उठाए सवाल, मांगी माफी

बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आया है जब रोहिणी आचार्य ने अपने आलोचकों को चुनौती दी और माफी की मांग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई यह साबित कर दे कि उन्होंने अपने पिता को किडनी दान करने के बदले में कुछ मांगा है, तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगी। उनके इस बयान का राजनीतिक महत्व है, खासकर जब बिहार में चुनावों की सरगर्मी तेज है। जानें उनके परिवार की स्थिति और राजनीति में उनकी भूमिका के बारे में।
 | 

बिहार की राजनीति में नया मोड़

बिहार की राजनीतिक स्थिति में एक बार फिर हलचल मच गई है। लालू प्रसाद यादव की बेटी, रोहिणी आचार्य, ने अपने आलोचकों को कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से स्पष्ट किया कि यदि कोई यह साबित कर दे कि उन्होंने अपने पिता को किडनी दान करने के बदले में कुछ भी मांगा है, तो वे तुरंत राजनीति और सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगी।


रोहिणी ने कहा कि जो लोग बिना किसी सबूत के उन्हें बदनाम कर रहे हैं, उन्हें न केवल उनसे, बल्कि देश की हर महिला से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं किसी भी बलिदान के बदले में कुछ नहीं मांगतीं, यह सोच ही महिलाओं का अपमान है।


2022 में, रोहिणी आचार्य ने अपने पिता, राजद अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को किडनी दान की थी, जिसे पूरे देश ने सराहा था। लेकिन अब इस पर उठ रहे सवालों के जवाब देने के लिए उन्होंने खुद सामने आना जरूरी समझा।


रोहिणी ने यह भी स्पष्ट किया कि न तो उन्होंने राज्यसभा की कोई मांग की है, न विधानसभा टिकट की और न ही किसी राजनीतिक पद की इच्छा। उनके अनुसार, आत्मसम्मान और परिवार की प्रतिष्ठा किसी भी राजनीतिक शक्ति से अधिक महत्वपूर्ण है।


उन्होंने पारिवारिक विवाद की सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनका किसी भी भाई या परिवार के सदस्य से कोई झगड़ा नहीं है। हाल ही में उनके कुछ रहस्यमय ट्वीट्स और उनके पिता व भाई को अनफॉलो करने की खबरों ने विवाद को बढ़ावा दिया। हालांकि, तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन का समर्थन किया और उनके बलिदान की सराहना की।


यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार में आगामी चुनावों की सरगर्मी तेज़ है और राजद के अंदर नेतृत्व को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं। ऐसे में रोहिणी आचार्य का यह स्पष्ट रुख एक बड़ा राजनीतिक संदेश माना जा रहा है।