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शाहरुख़ खान की बेहतरीन फ़िल्में: राष्ट्रीय पुरस्कार की हकदार

बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान को पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने जा रहा है। उनकी फ़िल्म 'जवान' को यह सम्मान मिलने की ख़बर ने फैंस को खुश कर दिया है। इस लेख में हम उनकी कुछ बेहतरीन फ़िल्मों पर नज़र डालेंगे, जो इस पुरस्कार की हकदार थीं। जानें फ़िल्मों 'डर', 'स्वदेस', 'बाज़ीगर', 'चक दे इंडिया', 'देवदास', और 'वीर ज़ारा' के बारे में, जिन्होंने शाहरुख़ को एक अद्वितीय स्थान दिलाया।
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शाहरुख़ खान की बेहतरीन फ़िल्में: राष्ट्रीय पुरस्कार की हकदार

शाहरुख़ खान की फ़िल्मों का जादू

शाहरुख़ खान की बेहतरीन फ़िल्में: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान ने पिछले 35 वर्षों से अपने प्रशंसकों के दिलों पर राज किया है। उनकी पहचान अब इतनी गहरी हो चुकी है कि इसे मिटाना संभव नहीं है। हाल ही में, उन्हें पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने की खुशी मिली है। जी हाँ, उनकी एक्शन फ़िल्म 'जवान' को यह सम्मान मिलने जा रहा है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को पुरस्कारों की घोषणा की। 'जवान' उस समय रिलीज़ हुई जब अन्य फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष कर रही थीं, लेकिन इस फ़िल्म ने दर्शकों का दिल जीत लिया। आइए जानते हैं और कौन सी फ़िल्में शाहरुख़ को इस पुरस्कार के लिए योग्य बनाती हैं।


डर

डर एक ऐसी फ़िल्म है जिसे दर्शकों ने भरपूर प्यार दिया। इस फ़िल्म में शाहरुख़ ने नकारात्मक भूमिका निभाई, लेकिन उनके संवाद और अदाकारी ने इसे सफल बना दिया। इस फ़िल्म ने उन्हें एक प्रतिभाशाली अभिनेता के रूप में स्थापित किया और स्टारडम की ओर एक कदम बढ़ाया। उनका प्रसिद्ध संवाद "क..क..क..किरण" आज भी लोगों की ज़ुबान पर है।


स्वदेस

स्वदेस एक ऐसी फ़िल्म है जो राष्ट्रीय पुरस्कारों की पहली पसंद हो सकती थी। इस फ़िल्म ने हर मानक पर खुद को साबित किया। शाहरुख़ ने दर्शकों को एक अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाकर उनकी आँखें नम कर दीं। ट्रेन का दृश्य अपने आप में एक कहानी बयां करता है, जो गरीबी, ताकत, भूख और बेहतर जीवन की चाहत की कहानी है।


बाज़ीगर

बाज़ीगर ने शाहरुख़ को हिंदी सिनेमा का सबसे ख़तरनाक खलनायक बना दिया। उनकी आँखों में एक गहराई थी जो दर्शकों को सिहरन महसूस कराती थी। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दौर में ही इस गहरे किरदार को बखूबी निभाया।


चक दे इंडिया

चक दे इंडिया में शाहरुख़ की हॉकी कोच की भूमिका को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना चाहिए था। इस फ़िल्म ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई है और आज भी लोग इसे देखने की इच्छा रखते हैं।


देवदास

देवदास ने भव्यता और भावनाओं को एक साथ प्रस्तुत किया। प्यार, दुःख और दर्द को शाहरुख़ की अदाकारी ने जीवंत किया, जो युवा कलाकारों के लिए एक प्रेरणा बन गई है।


वीर ज़ारा

वीर ज़ारा शाहरुख़ की बेहतरीन फ़िल्मों में से एक मानी जाती है। यह भारत-पाकिस्तान प्रेम कहानी संवेदनशील और दिल को छू लेने वाली है। एक बार फिर, अभिनेता ने बॉलीवुड के पारंपरिक नायक की छवि को तोड़कर कुछ नया करने की कोशिश की है।