शिल्पा शेट्टी के घर पर आयकर विभाग का छापा: जानें पूरी कहानी
मुंबई में शिल्पा शेट्टी पर आयकर विभाग की कार्रवाई
मुंबई: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार उनकी फिल्म या फिटनेस के कारण नहीं, बल्कि आयकर विभाग की कार्रवाई के चलते। उनके मुंबई स्थित निवास पर आयकर अधिकारियों ने छापा मारा है।
बेस्टियन हॉस्पिटैलिटी से जुड़ा मामला
यह मामला बेस्टियन हॉस्पिटैलिटी कंपनी से संबंधित है, जिसमें शिल्पा शेट्टी की हिस्सेदारी है। आयकर विभाग को होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय में निवेश, आय और टैक्स भुगतान में कुछ अनियमितताओं का संदेह है।
जांच की शुरुआत कैसे हुई
आयकर विभाग की यह कार्रवाई अचानक नहीं हुई। इसकी शुरुआत बेस्टियन हॉस्पिटैलिटी से जुड़े वित्तीय रिकॉर्ड की जांच से हुई थी। अधिकारियों को संदेह था कि कंपनी के लेन-देन और टैक्स रिटर्न में कुछ विसंगतियां हैं। जब प्रमोटरों और आउटलेट्स की जांच आगे बढ़ी, तो मामला शिल्पा शेट्टी के घर तक पहुंच गया।
छापेमारी के स्थान
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आयकर विभाग ने बेस्टियन हॉस्पिटैलिटी के कई आउटलेट्स पर एक साथ छापे मारे। मुंबई के अलावा पुणे, बेंगलुरु और गोवा में स्थित रेस्टोरेंट्स और क्लब्स भी जांच के दायरे में आए। इसके साथ ही कंपनी से जुड़े प्रमोटरों और साझेदारों के ठिकानों पर भी दस्तावेज खंगाले गए।
बेस्टियन हॉस्पिटैलिटी और शिल्पा की भूमिका
बेस्टियन हॉस्पिटैलिटी की स्थापना बिजनेसमैन रंजीत बिंद्रा ने की थी। यह कंपनी लग्जरी रेस्टोरेंट और क्लब्स के लिए जानी जाती है। शिल्पा शेट्टी ने 2019 में इस कंपनी में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी और को-ओनर बनीं। तब से वह इस ब्रांड की प्रमुख चेहरा भी मानी जाती हैं।
आयकर विभाग का संदेह
सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग को होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय में बड़े निवेश, आय की घोषणा और टैक्स भुगतान को लेकर संदेह है। अधिकारियों का मानना है कि कुछ लेन-देन सही तरीके से दर्ज नहीं किए गए हो सकते हैं। इसी कारण कंपनी के वित्तीय दस्तावेज, बैंक ट्रांजैक्शन और निवेश से जुड़े रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
शिल्पा शेट्टी की प्रतिक्रिया
शिल्पा शेट्टी ने पहले ही इन सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगी। अभिनेत्री का कहना है कि उन्हें देश की कानून व्यवस्था और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने मीडिया से भी अपील की है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए संयम बरता जाए, क्योंकि जांच अभी जारी है।
