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संजय दत्त का 66वां जन्मदिन: जीवन की अनकही कहानियाँ

संजय दत्त, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता, आज अपने 66वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। उनकी जिंदगी की कहानी नशे की लत, जेल की सजा और मां की मृत्यु से भरी हुई है। संजय ने 160 से अधिक फिल्मों में काम किया है और उनकी निजी जिंदगी भी उतार-चढ़ाव से भरी रही है। जानें उनके जीवन के कुछ दिलचस्प किस्से और संघर्षों के बारे में।
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संजय दत्त का 66वां जन्मदिन: जीवन की अनकही कहानियाँ

संजय दत्त का जन्मदिन

Sanjay Dutt Birthday: बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता संजय दत्त आज अपने 66वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। उनकी जिंदगी की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है, जिसमें नशे की लत, जेल की सजा, मां की मृत्यु और स्टारडम का सफर शामिल है। यह एक ऐसा नाम है जिसने ग्लैमर और दुख दोनों का अनुभव किया है।


संजय दत्त का करियर

संजय दत्त ने अपने चार दशकों से अधिक के करियर में 160 से अधिक फिल्मों में काम किया है, न केवल हिंदी सिनेमा में बल्कि दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी अपनी पहचान बनाई है। हालांकि, उनके करियर की सफलता से ज्यादा चर्चा उनकी निजी जिंदगी की रही है। आइए, जानते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से।


लता मंगेशकर के सामने शर्मिंदगी

1971 में भारत-पाक युद्ध के बाद, जब कलाकारों का एक समूह बांग्लादेश में सैनिकों के लिए प्रदर्शन कर रहा था, तब 12-13 साल के संजय दत्त ने अपने पिता सुनील दत्त से वहां जाने की इच्छा जताई। सुनील दत्त ने कहा कि केवल वे कलाकार जा सकते हैं जो गा-बजा सकते हैं। संजय ने कहा कि वह बोंगो बजा सकते हैं। इस पर पिता ने सहमति दी और संजय बांग्लादेश चले गए। कार्यक्रम के दौरान, जब लता मंगेशकर प्रस्तुति दे रही थीं, संजय ने अचानक बोंगो बजाना शुरू कर दिया, जिससे लता जी को शर्मिंदगी महसूस हुई।


संजय का नाम कैसे रखा गया

संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 को सुनील दत्त और नरगिस के घर हुआ था। उनका नाम एक उर्दू फिल्मी पत्रिका 'शमा' में पाठकों की राय से चुना गया था। हालांकि, उनका जीवन उतना सरल नहीं था, नशे की लत और विवादों ने उनके जीवन को प्रभावित किया। संजय ने बचपन से ही संगीत में रुचि दिखाई और स्कूल बैंड में ड्रम बजाया।


दिलीप कुमार की सलाह

1982 में फिल्म 'विधाता' की शूटिंग के दौरान, दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने संजय दत्त की नशे की स्थिति को देखा। उन्होंने पहले डांटा और फिर प्यार से समझाया कि यह लत उनके करियर को खत्म कर सकती है। संजय की मां नरगिस चाहती थीं कि वह बड़े पर्दे पर हीरो के रूप में नजर आएं, लेकिन उनकी मृत्यु से पहले ही उनकी पहली फिल्म 'रॉकी' का प्रीमियर हुआ। यह दर्द संजय के दिल में हमेशा के लिए बस गया।


कव्वाली गायक से अभिनेता

कम ही लोग जानते हैं कि संजय दत्त ने अपने करियर की शुरुआत एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में की थी। 1971 की फिल्म 'रेशमा और शेरा' में उन्होंने एक बाल कव्वाल की भूमिका निभाई थी। 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों के मामले में उनका नाम सामने आया, जिसमें उन पर अवैध हथियार रखने का आरोप लगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह केवल अपने परिवार की सुरक्षा के लिए था। इसके बावजूद, उन्हें जेल जाना पड़ा और 2016 में रिहा हुए।


संजय दत्त की निजी जिंदगी

संजय दत्त की निजी जिंदगी भी उतार-चढ़ाव से भरी रही है। उन्होंने 1987 में ऋचा शर्मा से शादी की, जिनका 1996 में निधन हो गया। 1998 में उन्होंने रिया पिल्लई से विवाह किया, लेकिन 2008 में तलाक हो गया। उसी वर्ष उन्होंने मान्यता दत्त से शादी की, जो अब उनकी पत्नी हैं। उनके कई अफेयर्स भी चर्चा में रहे हैं, जिनका जिक्र उन्होंने अपनी बायोपिक और किताब में किया है।


फैन का अनोखा उपहार

2018 में, उनकी एक 62 वर्षीय फैन निशा पाटिल ने अपनी पूरी संपत्ति, लगभग 72 करोड़ रुपये, संजय दत्त के नाम कर दी थी। निशा एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं और उन्होंने मरने से पहले बैंक को निर्देश दिया कि उनकी संपत्ति संजय को सौंपी जाए।