समरजीत सिंह गायकवाड़: भारतीय क्रिकेटर जो रॉयल लाइफ जीते हैं

रॉयल क्रिकेटर की कहानी
रॉयल और रईस क्रिकेटर्स में स्थान
हम समरजीत सिंह गायकवाड़ की बात कर रहे हैं, जो बड़ौदा के महाराज हैं और ना केवल क्रिकेट खेल चुके हैं, बल्कि भारत के सबसे रॉयल क्रिकेटर्स में से एक माने जाते हैं।
बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष
समरजीत सिंह का जन्म बड़ौदा के शाही परिवार में हुआ। उनके पिता महाराज रणजीत सिंह प्रतापसिंह गायकवाड़ और मां शुभांगिनीराजे भी रॉयल बैकग्राउंड से थीं। दून स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद, समरजीत ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपनी प्रतिभा दिखाई और बड़ौदा की ओर से रणजी ट्रॉफी में भाग लिया। बाद में, वे बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने।
दुनिया का सबसे बड़ा निजी आवास
समरजीत सिंह के पास लक्ष्मी विलास पैलेस है, जो न केवल भारत, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा निजी आवास है। इस महल में 170 कमरे हैं और यह 3 करोड़ वर्ग फीट में फैला हुआ है। इसमें स्विमिंग पूल, गोल्फ कोर्स, हॉर्स राइडिंग ग्राउंड और विशाल बाग हैं। इसे बनाने में 12 साल लगे और इसकी कीमत आज 24,000 करोड़ रुपये से अधिक आंकी जाती है।
शादी राधिकाराजे से
समरजीत सिंह ने राधिकाराजे से विवाह किया, जो वांकानेर के शाही परिवार की राजकुमारी हैं। उनके पिता डॉ. रणजीतसिंह झाला, एक प्रसिद्ध IAS अधिकारी और पर्यावरणविद् रहे हैं, जिन्हें 'भारत का चीता मैन' भी कहा जाता है।
पत्रकारिता में भी रुचि
दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाली राधिकाराजे ने पत्रकारिता में भी कदम रखा। उन्होंने बड़ौदा के युवराज समरजीत सिंह का दिल जीत लिया, जिससे उनका रिश्ता राजमहल तक पहुंचा।
सामाजिक कार्यों में सक्रिय
महारानी बनने के बाद भी राधिकाराजे ने दिखावे से दूर रहकर सामाजिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया। वे कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी हैं और उनकी दोनों बेटियां भी उनके साथ काम कर रही हैं।
राजनीति में कदम
समरजीत सिंह ने 2014 में BJP जॉइन की थी, हालांकि वे राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं रहे। उनका ध्यान अब पारिवारिक व्यवसाय, महल के रखरखाव और सामाजिक कार्यों पर है।