सोनू निगम का 52वां जन्मदिन: गायिकी के सफर की अनकही बातें
सोनू निगम, जो 90 के दशक से गायिकी की दुनिया में छाए हुए हैं, 30 जुलाई को 52 वर्ष के हो गए। इस अवसर पर जानें उनके जीवन की कुछ रोचक बातें, जैसे उनके प्रारंभिक जीवन, करियर की शुरुआत, और मोहम्मद रफी के प्रति उनकी श्रद्धा। सोनू ने न केवल गायिकी में बल्कि अभिनय में भी अपने कदम रखे हैं। उनकी शादी और पारिवारिक जीवन के बारे में भी जानें।
Jul 30, 2025, 11:33 IST
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सोनू निगम का जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि
बॉलीवुड के प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर सोनू निगम, जो 90 के दशक से अपने गायन का जादू बिखेरते आ रहे हैं, 30 जुलाई को 52 वर्ष के हो गए। गायिकी की दुनिया में उनका नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है। सोनू को यह कला अपने परिवार से विरासत में मिली, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कई कठिनाइयों का सामना किया। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...
प्रारंभिक जीवन
सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ। उनके पिता, अगम कुमार निगम, स्टेज पर गाने का शौक रखते थे। सोनू ने महज 4 साल की उम्र में गाना शुरू किया और इसी दौरान उनके माता-पिता ने उन्हें मोहम्मद रफी के गानों से परिचित कराया। उन्होंने अपने पिता के साथ पहली बार मंच पर मोहम्मद रफी का गाना 'क्या हुआ तेरा वादा' गाया, जिससे उनके स्टेज परफॉर्मेंस का सफर शुरू हुआ। सोनू ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की शिक्षा उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान से ली।
संगीत करियर की शुरुआत
सोनू निगम ने अपने करियर की शुरुआत 1990 में फिल्म 'जानम' के लिए गाना गाकर की, लेकिन यह फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई। इसके बाद, उन्होंने 1992 में डीडी1 के धारावाहिक 'तलाश' में गाना गाया। उनका पहला फिल्मी गाना 'ओ आसमान वाले' था, जो 1993 में फिल्म 'आजा मेरी जान' में था।
मोहम्मद रफी का प्रभाव
सोनू निगम ने दिवंगत गायक मोहम्मद रफी को अपने गुरु माना है और उनके गाने गाकर अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने 1992 में अपने एल्बम 'रफी की यादें' में भी उनके लिए गाने गाए। एक इंटरव्यू में सोनू ने कहा कि उनके माता-पिता उनके पहले गुरु हैं, लेकिन मोहम्मद रफी को भी उन्होंने गुरु का दर्जा दिया है।
'सारेगामा' से मिली पहचान
सोनू की जिंदगी में बड़ा मोड़ तब आया जब उन्होंने 'सारेगामा' शो की मेज़बानी की, जो 1995 में प्रसारित हुआ। इस शो के बाद उनकी मुलाकात टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार से हुई, जिन्होंने उन्हें फिल्म 'बेवफा सनम' में गाने का मौका दिया। इस फिल्म का गाना 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का' हिट हुआ और इसी से सोनू को पहचान मिली।
अभिनय में भी किया प्रयास
सोनू निगम ने गायिकी के साथ-साथ अभिनय में भी हाथ आजमाया। उन्होंने बाल कलाकार के रूप में कई फिल्मों में काम किया, जैसे 'उस्ताद उस्तादी से', 'प्यारा दुश्मन', और 'बेताब'। बाद में उन्होंने 'जानी दुश्मन' से अभिनय में डेब्यू किया, लेकिन उनका अभिनय करियर सफल नहीं रहा।
व्यक्तिगत जीवन
सोनू निगम ने 15 फरवरी 2002 को मधुरिमा मिश्रा से शादी की। उनकी पहली मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी और दोनों ने 7 साल की डेटिंग के बाद शादी की। मधुरिमा एक बंगाली परिवार से हैं और उनके एक बेटे, नुवान, हैं। सोनू निगम ने हिंदी के अलावा कई अन्य भाषाओं में भी गाने गाए हैं।