हरियाणा में अद्भुत हिलने वाले पत्थर की खोज

हरियाणा के कलियाणा गांव में अद्वितीय पत्थर
हरियाणा में अद्भुत हिलने वाले पत्थर: चरखी दादरी जिले के कलियाणा गांव में अरावली पहाड़ियों के बीच एक अनोखा पत्थर पाया गया है, जिसे स्थानीय लोग 'हिलना पत्थर' के नाम से जानते हैं। यह पत्थर अपनी विशेष संरचना के कारण रबड़ की तरह लचीला और हिलने वाला है। भू-वैज्ञानिक इसे 'फ्लेक्सिबल सैंडस्टोन' के रूप में पहचानते हैं। इसकी खोज ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया है। वैज्ञानिक इस पत्थर के अध्ययन में गहरी रुचि दिखा रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञान विभाग के प्रोफेसर प्रभास पांडे ने अपनी टीम के साथ कलियाणा गांव का दौरा किया और इस अद्वितीय पत्थर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया, “इसकी विशेष संरचना भूकंप रोधी इमारतों के निर्माण में सहायक हो सकती है। यदि इस पर विस्तृत अध्ययन किया जाए, तो यह भारत जैसे भूकंप संभावित क्षेत्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।”
पर्यटन स्थल के रूप में विकास की योजना
सरकार का पर्यटन स्थल बनाने का प्रयास
कलियाणा गांव अब वैज्ञानिकों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। सरकार इस क्षेत्र को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है, जिससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भूवैज्ञानिक धरोहर को भी संरक्षित किया जा सकेगा। वन और खनन विभाग ने अनधिकृत प्रवेश पर रोक लगा दी है ताकि इस अनोखी धरोहर की रक्षा की जा सके। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिल सकते हैं और क्षेत्र का विकास हो सकता है।
स्थानीय लोगों की संरक्षण की पहल
ग्रामीणों का संरक्षण प्रयास
गांव के निवासी नरेंद्र राजपूत, बिजेंद्र सिंह, जयभगवान और पूर्व सरपंच नानकी देवी इस धरोहर की सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि इस अद्वितीय 'हिलना पत्थर' को विश्व धरोहर का दर्जा दिया जाए, ताकि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रह सके। वे इसके संरक्षण और प्रचार के लिए भी काम कर रहे हैं, जिससे न केवल गांव का विकास होगा, बल्कि पर्यटन में भी वृद्धि होगी।