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हेमा मालिनी का 77वां जन्मदिन: एक अदाकारा की प्रेरणादायक यात्रा

बॉलीवुड की 'ड्रीम गर्ल' हेमा मालिनी आज 77 वर्ष की हो गई हैं। उनके जीवन में कई रोचक पहलू हैं, जैसे कि उनका परिवार, फिल्मी करियर, और राजनीति में कदम रखना। जानें कैसे उन्होंने हर भूमिका को बखूबी निभाया और शोहरत से दूरी बनाए रखी। इस लेख में उनके जीवन की प्रेरणादायक यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
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हेमा मालिनी का 77वां जन्मदिन: एक अदाकारा की प्रेरणादायक यात्रा

जन्मदिन की शुभकामनाएं

बॉलीवुड की प्रसिद्ध 'ड्रीम गर्ल' हेमा मालिनी आज, 16 अक्टूबर को अपने 77वें जन्मदिन का जश्न मना रही हैं। हेमा ने अपने करियर में हर भूमिका को गहराई से निभाया है, चाहे वह अभिनेत्री, डांसर, प्रेमिका, पत्नी, मां या सांसद की हो। उन्होंने हमेशा अपनी शर्तों पर काम किया और अपनी अदाकारी और नृत्य कौशल से फिल्म उद्योग में एक विशेष स्थान बनाया है। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं।


परिवार और प्रारंभिक जीवन

हेमा मालिनी का जन्म 16 अक्टूबर 1948 को तिरुचिरापल्ली जिले के अम्मानकुडी में हुआ था। वह एक शांत स्वभाव की बच्ची थीं, और उनकी मां, जया लक्ष्मी अय्यर, उन्हें भरतनाट्यम की शिक्षा देती थीं। उनके पिता, वी.एस. रामन, एक सरकारी कर्मचारी थे, और वे नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी हिंदी फिल्म उद्योग में कदम रखें।


फिल्मी करियर की शुरुआत

हेमा मालिनी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'सपनों का सौदागर' से की, जिसमें उनके साथ दिग्गज अभिनेता राज कपूर थे। हालांकि, उन्हें पर्दे पर आने की कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन उन्होंने अपनी मां की इच्छा का सम्मान करते हुए इस क्षेत्र में कदम रखा।


अनुशासन और परिवार

हेमा ने प्यार किया, विवाह किया और एक परिवार भी बनाया, लेकिन इसके साथ ही वह एक समर्पित डांसर भी रहीं। जब उनकी बेटियां, ईशा और अहाना, उनके सामने घुंघरू पहनकर बैठती थीं, तो वह उन्हें मां की तरह नहीं, बल्कि एक गुरु की तरह देखती थीं। वह ममता में कठोर और कठोरता में करुणा का प्रतीक थीं।


शोहरत से दूरी

हेमा मालिनी ने कभी भी शोहरत का पीछा नहीं किया। उन्होंने शालीनता की खोज की, और शोहरत उनके पीछे खुद चलकर आई। 'ड्रीम गर्ल' का खिताब भी उनके लिए कोई सपना नहीं था, बल्कि यह उपाधि लोगों ने उन्हें दी थी। उन्होंने जो भी सफलता पाई, उसमें कभी भी स्थायी नहीं रहीं।


राजनीतिक सफर

हेमा मालिनी हमेशा से बीजेपी की विचारधारा से जुड़ी रही हैं। 2003 में वह राज्यसभा की सदस्य चुनी गईं और 2011 में पुनः इस पद पर चुनी गईं। 2014 में उन्होंने मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और पहली बार में ही जीत हासिल की। 2019 में भी उन्होंने मथुरा से चुनाव लड़ा और दूसरी बार सांसद बनीं। 2024 में उन्होंने फिर से चुनाव लड़ा और लगातार तीसरी बार सांसद बनने में सफल रहीं।