77 वर्षीय साबो देवी: सोशल मीडिया पर रॉकिंग दादी की फिटनेस का जादू

सोशल मीडिया पर धूम मचाने वाली रॉकिंग दादी
सोनीपत की साबो देवी ने 77 साल की उम्र में अपनी फिटनेस से सबको चौंका दिया है। रॉकिंग दादी के नाम से जानी जाने वाली साबो देवी ने अपनी अद्भुत क्षमताओं से सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है।
हुल्लेड़ी गांव की यह दादी तैराकी और स्टंट में माहिर हैं, और अपने पोते चिराग के साथ मिलकर सोशल मीडिया पर धमाल मचा रही हैं। हरिद्वार की गंगा में तैराकी से लेकर बर्फ चैलेंज तक, साबो देवी की कहानी प्रेरणा का एक जीवंत उदाहरण है।
दादी का तैराकी और स्टंट में जलवा
रॉकिंग दादी की फिटनेस देखकर युवा भी हैरान रह जाते हैं। 15 फीट गहरी नहर में कूदना उनके लिए एक खेल की तरह है। हरिद्वार में हर की पौड़ी से गंगा पार करने का उनका कारनामा लोगों को चकित कर देता है।
पिछले साल सर्दियों में जब उनके पोते चिराग ने बर्फ चैलेंज लिया, तो दादी ने न केवल इसे स्वीकार किया, बल्कि पोते को भी मात दे दी। एक बार उन्होंने नहर में डूब रहे युवक को बचाया, और 2020 में हरिद्वार में एक 9 साल के बच्चे की जान बचाकर अपनी बहादुरी का परिचय दिया। उनकी ये उपलब्धियां सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
सोशल मीडिया पर पोते के साथ धूम
सोनीपत से 10 किलोमीटर दूर हुल्लेड़ी गांव में जन्मी साबो देवी की शादी 17 साल की उम्र में हुई थी। पति के निधन के बाद, वे अपने बेटे संदीप और पोते चिराग के साथ रहती हैं। रॉकिंग दादी और चिराग की जोड़ी सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय है।
वे चिराग के साथ मिलकर स्टंट और फिटनेस वीडियो बनाती हैं, जो लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। साबो बताती हैं कि बचपन में नहर में पशुओं को नहलाते समय उन्होंने तैराकी सीखी, जो आज उनकी पहचान बन गई है।
रॉकिंग दादी की अनुशासित दिनचर्या
रॉकिंग दादी की दिनचर्या युवाओं के लिए एक मिसाल है। वे सुबह 4 बजे उठकर पानी पीती हैं और पोते चिराग के साथ वर्कआउट के लिए निकलती हैं। नहर किनारे और खेतों में दो घंटे योग करती हैं, फिर 2 किलोमीटर दौड़ती हैं।
इसके बाद चिराग अखाड़े जाता है, और दादी घरेलू कामों में जुट जाती हैं। वे कभी चाय नहीं पीतीं और अपनी सेहत का खास ख्याल रखती हैं। उनकी अनुशासित जीवनशैली और जिंदादिली उन्हें सोशल मीडिया पर एक सुपरस्टार बनाती है।