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ट्रैक्टर का माइलेज बढ़ाने के 7 प्रभावी तरीके

किसानों के लिए ट्रैक्टर का सही उपयोग और रखरखाव बेहद महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम ट्रैक्टर के माइलेज को बढ़ाने के 7 सरल और प्रभावी तरीकों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे सही गियर का चयन, टायर का दबाव, और डीजल की गुणवत्ता आपके ट्रैक्टर की कार्यक्षमता को बढ़ा सकती है। इन सुझावों को अपनाकर किसान न केवल डीजल की खपत को कम कर सकते हैं, बल्कि अपने कृषि कार्यों में भी सुधार कर सकते हैं।
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ट्रैक्टर का माइलेज बढ़ाने के 7 प्रभावी तरीके

कम डीजल में अधिक कार्य


Tractor Mileage Tips: खेती में ट्रैक्टर का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। जुताई, बुवाई, सिंचाई और ढुलाई के लिए ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है। लेकिन यदि ट्रैक्टर अधिक डीजल का उपयोग करने लगे, तो यह किसानों के लाभ को प्रभावित करता है। वर्तमान में डीजल की कीमतें काफी अधिक हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि ट्रैक्टर को इस तरह चलाया जाए कि वह कम डीजल में अधिक कार्य करे। आइए जानते हैं कुछ सरल तरीके जिनसे ट्रैक्टर की माइलेज बढ़ाई जा सकती है।


ट्रैक्टर की नियमित देखभाल

ट्रैक्टर एक मशीन है, और इसकी देखभाल भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी किसी अन्य वाहन की। यदि समय पर सर्विसिंग नहीं कराई जाती है, तो इंजन की क्षमता कम हो जाती है और डीजल की खपत बढ़ जाती है। हर 250 घंटे के बाद इंजन ऑयल और फिल्टर को बदलना आवश्यक है। इससे ट्रैक्टर की स्थिति अच्छी रहती है और वह कम ईंधन में बेहतर प्रदर्शन करता है।


काम के अनुसार गियर का चयन

गियर का सही उपयोग ट्रैक्टर की माइलेज बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि हल्का काम किया जा रहा है और भारी गियर का उपयोग किया जा रहा है, तो डीजल की बर्बादी होती है। इसी तरह, भारी काम में हल्का गियर लगाने से भी इंजन पर दबाव पड़ता है। इसलिए यह समझना आवश्यक है कि किस काम के लिए कौन सा गियर उपयुक्त है।


टायर का दबाव सही रखें

किसान अक्सर खेत में काम करते समय टायर के दबाव की जांच नहीं करते, लेकिन यह छोटी सी बात डीजल की खपत को बढ़ा सकती है। यदि टायर में हवा कम या ज्यादा है, तो ट्रैक्टर चलाने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है और इंजन पर जोर पड़ता है। हमेशा निर्धारित माप के अनुसार टायर में हवा रखें और खेत में जाने से पहले एक बार जांच लें।


बेवजह इंजन चालू न रखें

कई बार खेत में थोड़ी देर रुकने पर किसान ट्रैक्टर का इंजन बंद नहीं करते। यह आदत डीजल की बर्बादी का कारण बनती है। यदि 5 मिनट से अधिक रुकना है, तो इंजन बंद कर देना चाहिए। इससे ईंधन की बचत होती है और इंजन की उम्र भी बढ़ती है।


खेत में काम करने की योजना बनाएं

बिना योजना के खेत में ट्रैक्टर चलाना समय और डीजल दोनों की बर्बादी है। यदि पहले से तय कर लिया जाए कि काम किस दिशा से शुरू करना है, तो ट्रैक्टर को बार-बार घुमाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और ईंधन की बचत होगी। खेत में सीधा और व्यवस्थित तरीके से काम करने से माइलेज बढ़ता है।


शुद्ध और अच्छे डीजल का उपयोग करें

कभी-कभी सस्ता डीजल खरीदने के चक्कर में किसान मिलावटी डीजल भरवा लेते हैं, जो ट्रैक्टर के लिए हानिकारक होता है। इससे इंजन जल्दी खराब होता है और ट्रैक्टर अधिक डीजल का उपयोग करता है। हमेशा किसी विश्वसनीय और लाइसेंस प्राप्त डीजल पंप से ही ईंधन भरवाएं।


समझदारी से चलाएं, अधिक लाभ उठाएं

यदि किसान ट्रैक्टर के रखरखाव और उपयोग के तरीकों पर ध्यान दें, तो डीजल की खपत को आसानी से कम किया जा सकता है। इससे खेती का खर्च घटेगा, ट्रैक्टर लंबे समय तक सही चलेगा और मुनाफा भी बढ़ेगा। याद रखें, समझदारी से चलाया गया ट्रैक्टर किसान की जेब पर हल्का और खेत में भारी साबित होता है।


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