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सोने और चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल, नए रिकॉर्ड बने

सोने और चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, जिससे नए रिकॉर्ड बने हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ युद्ध और फिजिकल सप्लाई में कमी इसके मुख्य कारण हैं। जानें इस तेजी के पीछे के कारण और वर्तमान बाजार भाव के बारे में।
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सोने और चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल, नए रिकॉर्ड बने

सोने और चांदी की कीमतों में तेजी

नई दिल्ली: शुक्रवार की मुनाफावसूली के बाद, सोमवार को भारतीय वायदा बाजार (MCX) में सोने और चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई। जैसे ही बाजार खुला, कीमती धातुओं ने तेजी से बढ़ना शुरू किया, जिससे पुराने सभी रिकॉर्ड टूट गए। सोने की कीमत में ₹2300 से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि चांदी ₹5800 से अधिक महंगी होकर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।


विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ युद्ध और फिजिकल सप्लाई में कमी इस तेजी के मुख्य कारण हैं, जिसके चलते निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के लिए सोने और चांदी का रुख किया है।


सोने ने बनाया नया रिकॉर्ड

सोने की नई ऊंचाई
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतों ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। कारोबारी सत्र के दौरान, सोने का भाव ₹2,316 की वृद्धि के साथ ₹1,23,680 प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। सुबह 10:06 बजे सोना ₹1,961 की बढ़त के साथ ₹1,23,325 पर कारोबार कर रहा था। पिछले शुक्रवार को सोने का भाव ₹1,21,364 प्रति दस ग्राम था।


चांदी में भी ऐतिहासिक उछाल

चांदी की कीमतों में वृद्धि
सोने की तरह, चांदी ने भी आज नई ऊंचाई पर पहुंच गई। वायदा बाजार में चांदी के दाम ₹5,856 की वृद्धि के साथ ₹1,52,322 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। सुबह 10:10 बजे चांदी ₹5,140 की मजबूती के साथ ₹1,51,606 पर ट्रेड कर रही थी। पिछले शुक्रवार को चांदी की कीमतें ₹1,46,466 प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थीं।


कीमतों में तेजी के कारण

विश्लेषण
या वेल्थ के डायरेक्टर अनुज गुप्ता ने इस अभूतपूर्व उछाल के पीछे दो मुख्य कारण बताए हैं। उनका कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर के कारण वैश्विक बाजार में अनिश्चितता का माहौल है, जिससे निवेशक शेयर बाजार जैसे जोखिम भरे विकल्पों से हटकर सोने-चांदी जैसे सुरक्षित निवेश का रुख कर रहे हैं। इसके अलावा, फिजिकल गोल्ड और सिल्वर की सप्लाई में कमी भी कीमतों को बढ़ावा दे रही है। अनुज गुप्ता ने यह भी अनुमान लगाया है कि यह तेजी का दौर आगे भी जारी रह सकता है, और आगामी धनतेरस तक सोने का भाव ₹1.30 लाख और चांदी ₹1.55 लाख प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकता है।


निवेशकों के लिए शानदार साल

2025 का प्रदर्शन
वर्तमान वर्ष 2025 सोने और चांदी के निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी साबित हुआ है। सोने की कीमतें 31 दिसंबर 2024 को ₹76,748 प्रति 10 ग्राम थीं, जो अब तक 61% यानी ₹46,932 की वृद्धि के साथ बढ़ चुकी हैं। वहीं, चांदी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए इस साल लगभग 75% का रिटर्न दिया है। साल की शुरुआत में चांदी ₹87,233 प्रति किलोग्राम पर थी, जो अब तक ₹65,089 महंगी होकर निवेशकों के लिए एक बेहतरीन संपत्ति साबित हुई है।