International Yoga Day 2025: योग के लाभ और विशेषज्ञों की राय

International Yoga Day 2025:
योग का अभ्यास सभी आयु वर्ग के लिए फायदेमंद माना जाता है, चाहे वह बच्चे हों या बुजुर्ग। यह मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। नियमित योगाभ्यास से कई गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है। चिकित्सक कैंसर, डायबिटीज और अस्थमा जैसी बीमारियों में योग करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह न केवल शरीर को फिट रखता है, बल्कि हड्डियों को भी मजबूत बनाता है। आइए जानते हैं विशेषज्ञों की क्या राय है।
विशेषज्ञों की राय
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि योग के लाभों का अध्ययन लंबे समय से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई बीमारियों पर शोध किया गया है, जिसमें योग का सकारात्मक प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया है। इसलिए, कई बीमारियों में योगाभ्यास की सलाह दी जाती है ताकि उनके प्रभाव को कम किया जा सके।
डायबिटीज
डायबिटीज टाइप-2 के मरीजों के लिए योग करना राहत प्रदान कर सकता है। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि कई मामलों में मरीजों को दवाइयों से भी छुटकारा मिल जाता है। हालांकि, डायबिटीज टाइप-1 के मरीजों पर योग का प्रभाव सीमित है, लेकिन यह इंसुलिन की आवश्यकता को कम कर सकता है और बीमारी को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।
अस्थमा
अस्थमा पर हो रहे शोध में डॉ. गुलेरिया भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यदि अस्थमा के मरीज 10 दिनों तक सही योगासन का अभ्यास करें, तो उन्हें सांस फूलने की समस्या में राहत मिल सकती है। इसके अलावा, सीओपीडी से ग्रसित लोग भी योग करने से एक सप्ताह में इनहेलर की आवश्यकता को कम कर सकते हैं।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम एक पेट से जुड़ी बीमारी है, जो विशेष रूप से अमेरिका में आम है। इस बीमारी के मरीजों को पेट में तेज दर्द और बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या होती है। शोध से पता चला है कि इसका संबंध पेट से नहीं, बल्कि मस्तिष्क से है। डॉ. गुलेरिया के अनुसार, योगाभ्यास करने से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।