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उचाना में 22 जून को महापंचायत: हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव की मांग

हरियाणा के जींद जिले में 22 जून को उचाना में एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव और सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की मांग की जाएगी। इस महापंचायत में लिव-इन रिलेशनशिप, इंटरनेट मीडिया पर अश्लीलता, और पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणबीर समैन ने बताया कि इस महापंचायत का उद्देश्य समाज को एकजुट करना और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करना है। यह आयोजन हरियाणा में सामाजिक जागरूकता और एकता का प्रतीक बन रहा है।
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उचाना में 22 जून को महापंचायत: हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव की मांग

महापंचायत का आयोजन

Hindu Marriage Act: उचाना में 22 जून को महापंचायत: हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव की मांग, सामाजिक सुधार का आह्वान: हरियाणा के जींद जिले में सरपंच एसोसिएशन ने हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन और सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।


उचाना में 22 जून 2025 को 'समाज बचाओ महापंचायत' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लिव-इन रिलेशनशिप, इंटरनेट मीडिया पर बढ़ती अश्लीलता, और पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस महापंचायत का मुख्य उद्देश्य समाज को एकजुट करना और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करना है, ताकि भावी पीढ़ी को सही संस्कार मिल सकें। यह पहल हरियाणा में सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।Hindu Marriage Act


सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणबीर समैन ने हैबतपुर ग्राम सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि महापंचायत में खाप प्रतिनिधियों और वकीलों का एक पैनल हिंदू विवाह अधिनियम और लिव-इन रिलेशनशिप जैसे मुद्दों पर कानूनी और सामाजिक राय प्रस्तुत करेगा।


उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव और सोशल मीडिया पर बढ़ती फूहड़ता युवाओं को संस्कारों से दूर कर रही है, जिससे परिवारों में तनाव और अपराध की वृद्धि हो रही है। प्रदेशभर के सरपंच इस महापंचायत में भाग लेंगे, और गांव-गांव में लोगों को निमंत्रण दिए जा रहे हैं।


रणबीर समैन ने यह भी कहा कि समाज के ताने-बाने को बिगड़ने से रोकने के लिए 36 बिरादरी को एकजुट होना आवश्यक है। लिव-इन रिलेशनशिप और गुहांड में शादियां समाज की नींव को कमजोर कर रही हैं।


यह महापंचायत केवल विचार-विमर्श का मंच नहीं होगी, बल्कि सामाजिक सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की दिशा में भी कार्य करेगी। यह आयोजन हरियाणा में सामाजिक जागरूकता और एकता का प्रतीक बन रहा है, जो युवा पीढ़ी को सही दिशा दिखाने का प्रयास कर रहा है।