Newzfatafatlogo

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक का गौआश्रय स्थल का दौरा, चारे की गुणवत्ता पर उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गौतमबुद्ध नगर में गौआश्रय स्थल का दौरा किया। उन्होंने गायों के चारे की गुणवत्ता की जांच की और नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौ पालकों को चेतावनी दी कि गौ संरक्षण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पाठक ने जिम्स का भी जायजा लिया और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का मूल्यांकन किया। जानें इस दौरे की पूरी जानकारी और उपमुख्यमंत्री के निर्देश।
 | 
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक का गौआश्रय स्थल का दौरा, चारे की गुणवत्ता पर उठाए सवाल

गौआश्रय स्थल का निरीक्षण

Greater Noida News: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सोमवार को गौतमबुद्ध नगर जनपद के दौरे के दौरान नोएडा के सेक्टर-14ए में स्थित गौआश्रय स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला में उपलब्ध व्यवस्थाओं का गहराई से मूल्यांकन किया और विशेष रूप से गायों के चारे की गुणवत्ता पर सवाल उठाए।


चारे की गुणवत्ता की जांच

निरीक्षण के समय उपमुख्यमंत्री के साथ स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा और जिलाधिकारी मेघा रूपम भी उपस्थित थीं। बृजेश पाठक ने खुद गायों को चारा खिलाया और नाद में रखे चारे की गुणवत्ता की जांच की। चारे को हाथ में लेकर सूंघने के बाद उन्होंने पाया कि यह बासी और गुणवत्ता में खराब है।


गायों के लिए चारा की गुणवत्ता पर नाराजगी

उपमुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भैंस शायद इसे खा ले, लेकिन अगर चारे में कोई दुर्गंध होगी तो गाय इसे छूने तक नहीं आएगी। चारे की खराब गुणवत्ता पर उन्होंने गौ पालकों को कड़ी फटकार लगाई, जिससे पालक बगले झांकते नजर आए। उन्होंने मौके पर सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए और कहा कि गौ संरक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


योजनाओं की समीक्षा के लिए दौरा

दौरे के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बृजेश पाठक ने कहा कि वह जनपद में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा के लिए आए हैं। उन्होंने गौआश्रय स्थल की व्यवस्थाओं के बारे में कहा कि गायों के रख-रखाव की व्यवस्था ठीक है, लेकिन हर जगह सुधार की आवश्यकता होती है। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।


जिम्स का निरीक्षण

दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री ने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान जिम्स का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि यहां समय पर इलाज मिल रहा है या नहीं। इसके बाद वह जीबीयू में कार्यकर्ताओं से मिले, जिन्होंने शिकायत की कि अधिकारी उनसे नहीं मिलते। इस पर कार्यकर्ता की आंखों में आंसू आ गए। उपमुख्यमंत्री ने स्कूलों का भी निरीक्षण किया।