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करवा चौथ पर सरगी का महत्व और शुभ मुहूर्त

करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह की चतुर्थी को मनाया जाता है, जिसमें सरगी का विशेष महत्व होता है। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले सरगी का सेवन करती हैं, जिसमें फल, मिठाई और सुहाग की चीजें शामिल होती हैं। जानें इस वर्ष का शुभ मुहूर्त और व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें।
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करवा चौथ पर सरगी का महत्व और शुभ मुहूर्त

सरगी का महत्व


करवा चौथ का व्रत
हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा बड़े उत्साह के साथ किया जाता है। इस दिन महिलाएं चंद्रमा के दर्शन के बाद अपना व्रत खोलती हैं। इस वर्ष यह व्रत 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत से पति-पत्नी के रिश्ते में मजबूती आती है।


सरगी का महत्व

इस दिन सरगी की परंपरा का पालन किया जाता है, जो सूर्योदय से पहले की जाती है। सरगी में फल, मिठाई और सुहाग की चीजें शामिल होती हैं, जो सास अपनी बहु को देती हैं।


करवा चौथ सरगी

करवा चौथ के दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:40 से 05:30 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान सरगी का सेवन करना शुभ माना जाता है।


करवा चौथ के दिन ध्यान रखने योग्य बातें


  • करवा चौथ के व्रत के दौरान नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

  • किसी से विवाद न करें।

  • घर और मंदिर की सफाई का ध्यान रखें। काले कपड़े न पहनें।

  • व्रत कथा का पाठ अवश्य करें।

  • चंद्र दर्शन के बाद अर्घ्य देकर व्रत का पारण करें।