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कश्मीर में गर्मी का नया रिकॉर्ड: स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव

कश्मीर में इस वर्ष गर्मी ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिससे तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने राहत की उम्मीद कम बताई है, और लोग गर्मी से बचने के लिए नदी-झीलों में स्नान कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार ने स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया है, लेकिन इस निर्णय का विरोध भी हो रहा है। जानें इस गर्मी के प्रकोप और स्कूलों के नए समय के बारे में।
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कश्मीर में गर्मी का नया रिकॉर्ड: स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव

कश्मीर में गर्मी का प्रकोप

कश्मीर में गर्मी का प्रकोप: इस वर्ष कश्मीर में गर्मी ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले कुछ वर्षों से कश्मीर का मौसम लगातार गर्म होता जा रहा है, और इस बार जून का महीना पिछले 50 वर्षों में सबसे गर्म रहा। जुलाई में तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो कि 70 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के बराबर है। इस गर्मी के कारण लोग अब गर्म पानी से स्नान करने और एयर कंडीशनर (एसी) का उपयोग करने पर मजबूर हो रहे हैं।


गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं

मौसम विभाग ने श्रीनगर में अत्यधिक गर्मी की चेतावनी जारी की है और राहत मिलने की संभावना कम बताई है। ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए नदी-झीलों में स्नान कर रहे हैं, जबकि एयर कंडीशनर और कूलर की मांग इतनी बढ़ गई है कि दुकानदारों के पास स्टॉक खत्म हो रहे हैं। अब श्रीनगर के निवासी एसी को एक लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि एक आवश्यकता मानने लगे हैं।


स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव

स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव

गर्मी को ध्यान में रखते हुए, जम्मू-कश्मीर सरकार ने कश्मीर में स्कूलों के संचालन का समय बदलने का निर्णय लिया है। मंगलवार से स्कूल सुबह 7:30 से 11:30 बजे तक शहरी क्षेत्रों में और ग्रामीण क्षेत्रों में 8:00 बजे से 12:00 बजे तक खुलेंगे। इसके बाद एक घंटे का ब्रेक होगा और ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जाएंगी.


हाइब्रिड मॉडल पर विवाद

हाइब्रिड मॉडल पर विवाद

हालांकि, इस बदलाव का विरोध भी हुआ है। पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने इस आदेश को 'क्रूर' बताया है, और कहा कि बच्चों को गर्मी में सुबह-सुबह स्कूल भेजना गलत है, खासकर जब कई सरकारी स्कूलों में पंखे तक नहीं होते। इसके बावजूद, सरकार ने हाइब्रिड मॉडल को अपनाने का निर्णय लिया है.