कृष्ण जन्माष्टमी 2025: इरावन की अद्भुत कथा और भगवान कृष्ण का त्याग

कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व
कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्वितीय व्यक्तित्व की याद दिलाता है। उनके जीवन में कई ऐसे प्रसंग हैं जो भक्तों को चकित करते हैं और गहरे आध्यात्मिक संदेश प्रदान करते हैं। इनमें से एक कम चर्चित लेकिन रोचक कथा महाभारत युद्ध से जुड़ी है, जिसमें भगवान कृष्ण को एक पुरुष से विवाह करना पड़ा। यह प्रसंग त्याग, वचन निभाने और संवेदनशीलता का अनमोल उदाहरण प्रस्तुत करता है।
महाभारत में इरावन की कहानी
महाभारत के अनुसार, इरावन अर्जुन और नागकन्या उलूपी का पुत्र था। युद्ध के दौरान माता काली को प्रसन्न करने और पांडवों की विजय सुनिश्चित करने के लिए किसी प्रभावशाली राजकुमार का बलिदान आवश्यक था। इरावन ने बलिदान देने की इच्छा जताई, लेकिन एक शर्त रखी कि वह विवाह करना चाहता है। यही इच्छा भगवान कृष्ण के जीवन के इस अद्भुत प्रसंग का कारण बनी।
इरावन की अंतिम इच्छा
इरावन ने मृत्यु से पहले विवाह की इच्छा व्यक्त की, लेकिन कोई भी राजकुमारी उस व्यक्ति से विवाह करने को तैयार नहीं हुई, जिसकी मृत्यु अगले दिन निश्चित थी। यह स्थिति युद्धभूमि में एक बड़ी चुनौती बन गई।
कृष्ण का मोहिनी रूप
इरावन की इच्छा को पूरा करने के लिए भगवान कृष्ण ने मोहिनी रूप धारण किया। इस रूप में उन्होंने इरावन से विवाह किया और उसकी अंतिम इच्छा को पूरा किया। यह विवाह केवल एक दिन के लिए था, लेकिन इसमें करुणा और वचनबद्धता की अद्वितीय मिसाल देखने को मिली।
बलिदान और विधवा का विलाप
युद्ध के आठवें दिन इरावन ने वीरगति प्राप्त की। इसके बाद कृष्ण ने मोहिनी रूप में पूरे दिन विधवा की तरह इरावन के लिए विलाप किया, जिससे उनके संवेदनशील और मानवीय पक्ष का दर्शन हुआ।
कृष्ण और किन्नर समाज
इस घटना के बाद से किन्नर समुदाय भगवान कृष्ण को अपना पति और आराध्य मानता है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु में 'कोवगम उत्सव' के दौरान किन्नर समुदाय इस प्रसंग की स्मृति में प्रतीकात्मक विवाह करता है और कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करता है।
कथा का संदेश
महाभारत का यह अनसुना प्रसंग दिखाता है कि भगवान कृष्ण केवल युद्धनीति और राजनीति के माहिर नहीं थे, बल्कि वे हर परिस्थिति में दूसरों की भावनाओं का सम्मान करने वाले करुणामयी देवता थे। कृष्ण जन्माष्टमी पर यह कथा हमें त्याग, वचन और प्रेम के महत्व का बोध कराती है।