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गणेश चतुर्थी 2025: अनोखी मूर्तियों का उत्सव

गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व आज मनाया जा रहा है, जिसमें भक्तों ने अनोखी मूर्तियों का निर्माण किया है। तमिलनाडु के मन्नाली में 7500 पुस्तकों का उपयोग करके भगवान गणेश की मूर्ति बनाई गई है। इस पर्व का महत्व और उत्सव की विशेषताएं जानें।
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गणेश चतुर्थी 2025: अनोखी मूर्तियों का उत्सव

गणेश चतुर्थी का पर्व

आज, 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन भक्त बड़े उत्साह के साथ भगवान गणेश को अपने घर लाते हैं। विशेष रूप से महाराष्ट्र और तेलंगाना में इस पर्व की धूमधाम देखने को मिलती है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न प्रकार की अद्भुत गणेश मूर्तियों का निर्माण किया जाता है। इस साल, भक्तों ने कुछ नया करने का प्रयास किया है। तमिलनाडु के मन्नाली में, भगवान गणेश की मूर्ति को मिट्टी से नहीं, बल्कि किताबों से बनाया गया है। खबरों के अनुसार, यहां 7500 पुस्तकों का उपयोग करके गणेश की मूर्ति बनाई गई है, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।


गणेश चतुर्थी का महत्व

भगवान गणेश का जन्म इसी दिन हुआ था। गणेश चतुर्थी का त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस साल पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दिन एक शुभ संयोग बन रहा है।


मन्नाली क्षेत्र में बनाई गई गणेश मूर्ति में 7500 पुस्तकों का उपयोग किया गया है, जिसमें 5000 भागवत गीता, 1500 वेल विरुथम और 1008 मुरुगन कावासम शामिल हैं।



गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसे धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। भक्त इस दिन भगवान गणेश की मूर्तियां घर लाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। मूर्तियों को भक्त अपनी पसंद के अनुसार डेढ़ दिन, तीन दिन, पांच दिन, सात दिन, नौ दिन या ग्यारह दिन तक रख सकते हैं। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा करते हैं।