गोवर्धन पूजा: जानें शुभ मुहूर्त और विशेष योग

भगवान कृष्ण की पूजा से सुखों में वृद्धि
Govardhan Puja, नई दिल्ली: गोवर्धन पूजा भगवान श्री कृष्ण को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को होगी। इस दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र देव को पराजित कर गोवर्धन पर्वत को उठाकर अपने भक्तों की रक्षा की थी।
गोवर्धन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
पूजा के लिए दो विशेष मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं: सुबह 06:26 से 08:42 तक और शाम 03:29 से 05:44 तक। इस दिन प्रीति योग और स्वाति नक्षत्र जैसे शुभ योग भी बन रहे हैं। इन योगों में भगवान कृष्ण की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी।
भगवान कृष्ण ने इंद्र को परास्त किया
सनातन धर्म के शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर भगवान कृष्ण ने इंद्र देव को पराजित किया था। युद्ध के दौरान, उन्होंने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर अपने भक्तों को तेज बारिश से बचाया।
गोवर्धन पूजा का शुभ समय
वैदिक पंचांग के अनुसार, 21 अक्टूबर को शाम 05:54 बजे कार्तिक माह की प्रतिपदा तिथि आरंभ हुई। यह तिथि 22 अक्टूबर को रात 08:16 बजे समाप्त होगी। इस प्रकार, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को की जाएगी।
शुभ समय और योग
22 अक्टूबर को पूजा के लिए शुभ समय सुबह 06:26 से 08:42 तक है। इसके बाद, संध्या में पूजा का शुभ मुहूर्त 03:29 से 05:44 तक रहेगा। इस दौरान भक्त भगवान कृष्ण की भक्ति भाव से पूजा कर सकते हैं।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन प्रीति योग और स्वाति नक्षत्र का संयोग है। इन योगों में भगवान कृष्ण की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
पंचांग
- सूर्योदय: सुबह 06:26 बजे
- सूर्यास्त: शाम 05:44 बजे
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:45 से 05:35 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 01:58 से 02:44 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:44 से 07:01 बजे तक
- निशिता मुहूर्त: रात 11:40 से 12:31 बजे तक