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ग्रेटर नोएडा में बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सर्वे 50% पूरा, लाखों लोगों को मिलेगा लाभ

ग्रेटर नोएडा में बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सर्वे कार्य 50% पूरा हो चुका है, जिससे लगभग 35 लाख लोगों को लाभ मिलने की संभावना है। यह स्टेशन दिल्ली-एनसीआर का पहला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनेगा, जहां ट्रेन, मेट्रो और बस सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। सर्वे कार्य तेजी से चल रहा है और प्रशासन ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान कर रहा है। इस परियोजना से विकास को नई गति मिलेगी।
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ग्रेटर नोएडा में बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सर्वे 50% पूरा, लाखों लोगों को मिलेगा लाभ

बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सर्वे कार्य प्रगति पर

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सर्वे कार्य आधा पूरा हो चुका है। इस परियोजना से लगभग 35 लाख लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है। यह दिल्ली-एनसीआर का एकमात्र ऐसा केंद्र होगा जहां ट्रेन, मेट्रो और बस सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। यहां 13 प्लेटफार्म बनाए जाएंगे और 70 ट्रेनों का संचालन पूर्वी राज्यों के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के लिए बस सेवाएं भी उपलब्ध होंगी। वर्तमान में, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों को बस और ट्रेन के लिए दिल्ली या गाजियाबाद का सहारा लेना पड़ता है। बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के निर्माण से लोगों को सुविधा मिलेगी और विकास को गति मिलेगी।


सर्वे कार्य की गति तेज

बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के सर्वे का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रशासन, रेलवे और अन्य विभागों के अधिकारी प्रतिदिन मौके पर पहुंचकर कार्य की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। सर्वे के दौरान ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। बोड़ाकी और पल्ला गांव में निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे यहां से गुजरने वाले वाहनों को जाम का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही सर्वे का कार्य पूरा कर लिया जाएगा और इसके बाद किसी भी स्तर पर कार्य में रुकावट नहीं आने दी जाएगी।


मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकास

बोड़ाकी स्टेशन को दो क्षेत्रों में विभाजित करके एनसीआर का पहला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जाएगा। रेलवे ने स्टेशन पर रेलवे लाइन के विस्तार और प्लेटफार्म के संरेखण के लिए सर्वेक्षण शुरू किया है। इसके लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। रेलवे अधिकारी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जिम्मेदार हैं और टर्मिनल के डिजाइन के लिए सहमति भी प्राप्त करेंगे।


किसानों की जमीन का अधिग्रहण

बोड़ाकी टर्मिनल के लिए दादरी, चमरावली बोड़ाकी, तिलपता करनवास, पाली, पल्ला और चमरावली रामगढ़ के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस संबंध में जिला प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। अधिग्रहित की जाने वाली भूमि में लॉजिस्टिक हब का हिस्सा भी शामिल होगा। इस भूमि अधिग्रहण से डीएमआईसी योजना को भी गति मिलेगी, जिससे सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान होगा।