जिला कारागार में रक्षाबंधन का उत्सव: बहनों ने भाइयों को बांधी राखी

रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया
- बहन और भाई के बीच कोई दीवार नहीं थी
- सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया रक्षाबंधन : दीपक कुमार
जींद। जिला कारागार में शनिवार को महानिदेशक कारागार आलोक राय के निर्देश पर, बंदियों को उनकी बहनों द्वारा जेल प्रशासन के सहयोग से राखियां बांधकर रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस बार भी जेल में कैदियों को राखी और मिठाई उपलब्ध कराई गई। बहनों को भाई की पूजा और माथे पर तिलक लगाने के लिए सामग्री भी दी गई।
रक्षाबंधन: भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक
बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी और इसके बाद उन्हें खीर खिलाकर मुंह मीठा कराया। जेल अधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके अच्छे भविष्य और लंबी उम्र की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।
जिला जेल में सभी पुरुष बंदियों को उनकी बहनों से राखियां बंधवाई गई, और महिला बंदियों ने भी बाहर से आए अपने भाइयों को राखियां बांधी। जेल विभाग ने राखियों, रक्षासूत्रों और लड्डू मिठाई का प्रबंध किया ताकि बंदी अपने मौलिक अधिकारों से वंचित न रहें और उन्हें अपराधबोध की भावना न हो।
रक्षाबंधन का पर्व पूरे सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया गया। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए ताकि कोई भी शरारती तत्व कोई घटना न कर सके।