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तुलसी विवाह पर दीया जलाने के महत्व और नियम

तुलसी विवाह के अवसर पर दीया जलाने का विशेष महत्व है। इस दिन माता तुलसी का भगवान शालिग्राम से विवाह होता है, और दीये जलाने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। जानें कितने दीये जलाना शुभ है और इसके पीछे की धार्मिक मान्यता क्या है। साथ ही, दीया जलाने के नियम और दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ाने के उपाय भी जानें।
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तुलसी विवाह पर दीया जलाने के महत्व और नियम

तुलसी विवाह का पर्व

कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के बाद द्वादशी के दिन तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। इस दिन माता तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम से संपन्न होता है। इस अवसर पर दीया जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह अंधकार को दूर करने के साथ-साथ सकारात्मकता भी लाता है। विशेष रूप से, तुलसी के पास दीया जलाना विशेष महत्व रखता है।


तुलसी विवाह के दिन कितने दीये जलाएं?

तुलसी विवाह के दिन पूजा के समय गाय के शुद्ध घी का एक दीपक मां तुलसी के पौधे के पास अवश्य रखें। यह दीपक प्रदोष काल में जलाया जाता है और नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है, जिससे घर में सकारात्मकता का संचार होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन 5 दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है, जो पंच तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दीयों को तुलसी के पौधे के चारों ओर या मुख्य रूप से तुलसी के गमले के पास रखना चाहिए। इससे धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है और वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है।


दीये जलाने के अन्य विकल्प

इसके अतिरिक्त, श्रद्धा के अनुसार 11, 21, 51 या 108 दीये भी जलाए जा सकते हैं। यदि आप अधिक दीये जलाने का निर्णय लेते हैं, तो तुलसी के गमले के पास रंगोली बनाना न भूलें।


तुलसी के पास दीया जलाने के नियम

तुलसी मां के पास दीये जलाने के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है। घी या तिल के तेल का दीपक अवश्य जलाएं, जबकि सरसों का तेल तुलसी के पास नहीं लगाना चाहिए। तुलसी विवाह के दिन सुबह और शाम दोनों समय दीया जलाना चाहिए। दीया को तुलसी के पौधे के सामने या तुलसी के गमले के पास किसी स्वच्छ स्थान पर जलाना चाहिए। भूलकर भी दीया को तुलसी के पीछे नहीं रखना चाहिए।


तुलसी विवाह के दिन दीया जलाने के लाभ

धार्मिक मान्यता के अनुसार, तुलसी विवाह के दिन दीया जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं, जिससे घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती और दरिद्रता दूर होती है। इस दिन दीया जलाकर माता तुलसी और शालिग्राम जी से प्रार्थना करने पर विवाह में आ रही सभी बाधाएं समाप्त होती हैं। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो शीघ्र विवाह या मनचाहा जीवनसाथी चाहते हैं।


दांपत्य जीवन में प्रेम का संचार

इस दिन मां तुलसी के समक्ष विवाहित जोड़ों को घी का दीया जलाना चाहिए। ऐसा करने से उनके दांपत्य जीवन में प्रेम, स्थिरता और मधुरता आती है। पति-पत्नी के बीच मनमुटाव समाप्त हो जाता है और गृहस्थ जीवन सुखमय बन जाता है।