दिवाली 2024 के लिए वास्तु टिप्स: घर में तोरण लगाने का महत्व

दिवाली पर घर की सजावट और तोरण का महत्व
दिवाली 2024 के वास्तु टिप्स: दीपावली के अवसर पर घर की सफाई और सजावट की परंपरा का विशेष महत्व है। यह माना जाता है कि माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के हर कोने को रोशन होना चाहिए। इस त्योहार के दौरान मुख्य द्वार पर तोरण लगाने की परंपरा है, जिसे बंदनवार भी कहा जाता है। यह फूलों और पत्तों से बनी एक सजावटी झालर होती है, जिसे शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे आम के पत्तों और गेंदे के फूलों से सजाया जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली के तोरण में आम के पत्तों की संख्या विषम होनी चाहिए, जैसे 5, 7 या 21। ये संख्या सुख और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। आप 3-3 पत्तों के गुच्छे बनाकर भी तोरण तैयार कर सकते हैं। 7 या 11 पत्तों का तोरण सबसे शुभ माना जाता है।
पान के पत्तों से तोरण:
पान के पत्तों का तोरण लगाना भी बहुत शुभ माना जाता है। इसे समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है, जो देवी-देवताओं को प्रसन्न करता है। इसलिए दिवाली के दिन पान के पत्तों का तोरण लगाना लाभकारी होता है।
अशोक के पत्तों का तोरण:
अशोक के पत्तों की माला बनाकर मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता। दिवाली के दिन अशोक के पत्तों का तोरण बनाना अत्यंत शुभ माना जाता है।