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दीपावली पर बेहतरीन शायरी: खुशियों का त्योहार

दीपावली का त्योहार खुशियों और उमंगों का प्रतीक है। इस अवसर पर शायरों ने अपनी रचनाओं में दीपावली की खूबसूरती को बखूबी पेश किया है। जानें कैसे आप इन बेहतरीन शायरी और दो लाइन स्टेटस के जरिए अपने दोस्तों और परिवार को शुभकामनाएं दे सकते हैं। यह त्योहार रोशनी, प्यार और एकता का संदेश देता है, जो हर दिल को छू जाता है।
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दीपावली पर बेहतरीन शायरी: खुशियों का त्योहार

दीपावली पर शायरी

दीपावली पर शायरी: दीपावली का त्योहार एक बार फिर से खुशियों और उमंगों का संदेश लेकर आया है। यह केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि आशा, प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। दीपावली हमें यह सिखाती है कि हर अंधेरी रात के बाद उजाले की सुबह अवश्य आती है।


इस विशेष अवसर को शायरों ने अपनी रचनाओं में खूबसूरती से व्यक्त किया है। छोटी दीपावली के दिन, 19 अक्टूबर 2025 को, इन अद्भुत शायरी और दो लाइन स्टेटस के माध्यम से अपने मित्रों और परिवार को शुभकामनाएं दें। आइए, दीपावली की कुछ बेहतरीन शायरी पर नजर डालते हैं।


दीपावली पर शायरी Diwali Shayari in hindi

रौशनी आधी इधर आधी उधर, इक दिया रक्खा है दीवारों के बीच
– उबैदुल्लाह अलीम


आज की रात दिवाली है, दिए रौशन हैं, आज की रात ये लगता है मैं सो सकता हूँ
– अज़्म शाकरी


है दसहरे में भी यूं गर फरहत-ओ-जीनत 'नजीर', पर दिवाली भी अजब पाकीजा-तर त्यौहार है
– नजीर अकबराबादी


दीपावली पर उर्दू शायरी
घर पलट कर जो मिरी रौशन-ख़याली आई है, शोर है शहर-ए-सुख़न में फिर दिवाली आई है
– मिराश


ये रौशनी यूंही आग़ोश में नहीं आती, चराग बन के मुंडेरों पे जलना पड़ता है
– हसन जमील


खिड़कियों से झांकती है रौशनी, बत्तियां जलती हैं घर घर रात में
– मोहम्मद अल्वी


हर तरफ फैली हुई थी रौशनी ही रौशनी, वो बहारें थीं कि अब के बाग़ में रस्ता न था
– शहजाद अहमद


दीपावली पर दो लाइन की शायरी
रौशन है दरख़्शाँ है हर अश्क ग़रीबों का, बस इन की बदौलत ही हर घर में दिवाली है
– मेहर ज़र्रीं


शरार-ए-ग़म से तिरे अलम में ये मेरे दिल के हैं दाग़ रौशन, करे दिवाली को जैसे आलम तमाम घर में चराग़ रौशन
– इशरत बरैल्वी


इक अमावस ही तो थी अपनी हयात, मिल गए तुम तो दिवाली हो गई
– नीरज गोस्वामी


जो सुनते हैं कि तिरे शहर में दसहरा है, हम अपने घर में दिवाली सजाने लगते हैं
– जमुना प्रसाद राही


कुछ गरीबों की गली में भी दिए जल जाएं, इस से बेहतर भी दिवाली का उजाला क्या है
– अजय सहाब


मैं इतनी रौशनी फैला चुका हूं, कि बुझ भी जाऊं तो अब गम नहीं है
– महशर बदायूंनी


सभी के दीप सुंदर हैं हमारे क्या तुम्हारे क्या, उजाला हर तरफ है इस किनारे उस किनारे क्या
– हफीज बनारसी


दोस्तो क्या क्या दिवाली में नशात-ओ-ऐश है, सब मुहय्या है जो इस हंगाम के शायाँ है शय
– नजीर अकबराबादी


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ये खूबसूरत शायरी और स्टेटस छोटी दीपावली के मौके पर आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स को और आकर्षक बना सकते हैं। इन्हें अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और दीपावली की खुशियों को दोगुना करें। यह त्योहार रोशनी, प्यार और एकता का संदेश देता है।