नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की कृपा पाने के उपाय

मां चंद्रघंटा का स्वरूप
नवरात्रि का पर्व 22 सितंबर से आरंभ हो चुका है। आज तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से देवी चंद्रघंटा की कृपा प्राप्त की जा सकती है। मां चंद्रघंटा का स्वरूप अत्यंत शांत और ममतामयी है। मान्यता है कि उनकी पूजा से साधक को सुख और समृद्धि मिलती है।
पूजा में अर्पित करें ये चीजें
नवरात्र के तीसरे दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। पूजा के दौरान माता को कुमकुम और अक्षत अर्पित करें। चंद्रघंटा को पीला रंग प्रिय है, इसलिए उन्हें पीले फूल अर्पित करें। इसके साथ ही, आप उन्हें दूध से बनी खीर भी भोग लगा सकते हैं, जिससे देवी प्रसन्न होती हैं।
दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ
इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा के दौरान देवी के मंत्रों और आरती के साथ दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। इससे देवी मां की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है।
घर में धुंआ करें
नवरात्र के दौरान सुबह लौंग और कपूर जलाकर उनका धुंआ पूरे घर में फैलाएं। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का संचार होता है। सुख-शांति बनाए रखने के लिए यह उपाय नवरात्र में रोजाना करें।
मंत्रों का जप
- या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
- पिण्डजप्रवरारूढ़ा ण्डकोपास्त्रकेयुर्ता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता॥
वन्दे वांछित लाभाय चन्द्रार्धकृत शेखरम्। सिंहारूढा चंद्रघंटा यशस्वनीम्॥ - मणिपुर स्थितां तृतीय दुर्गा त्रिनेत्राम्।
रंग, गदा, त्रिशूल,चापचर,पदम् कमण्डलु माला वराभीतकराम्॥