Newzfatafatlogo

नाग पंचमी 2025: विशेष व्यंजन और सरल रेसिपीज़

नाग पंचमी 2025 का पर्व 29 जुलाई को मनाया जाएगा। इस दिन नाग देवता की पूजा के लिए विभिन्न राज्यों में खास पकवान बनाए जाते हैं। जानें बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में किस तरह के व्यंजन तैयार किए जाते हैं, जैसे मालपुआ, खीर और दाल बाटी। यह लेख आपको इन विशेष रेसिपीज़ के बारे में जानकारी देगा, जो इस पावन अवसर को और भी खास बनाते हैं।
 | 
नाग पंचमी 2025: विशेष व्यंजन और सरल रेसिपीज़

नाग पंचमी 2025: विशेष व्यंजन

Nag Panchami 2025 Easy Recipes: नाग पंचमी का त्योहार हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को धूमधाम से मनाया जाता है। वर्ष 2025 में यह पावन त्योहार 29 जुलाई को आएगा।


हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि नाग देवता की पूजा से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। इस अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में कई प्रकार के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, जिन्हें नाग देवता को भोग के रूप में अर्पित किया जाता है।


आइए जानते हैं कि बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस दिन कौन-कौन से विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं और कैसे ये नाग देवता को प्रसन्न करते हैं।


मालपुआ का स्वाद

Nag Panchami 2025 Easy Recipes: मालपुआ का स्वाद


नाग पंचमी के दिन बिहार और उत्तर प्रदेश में रोटी बनाने की परंपरा नहीं होती है, क्योंकि इस दिन लोहे के बर्तन या तवे का उपयोग नहीं किया जाता। इसके बजाय, इन राज्यों में मालपुआ बनाया जाता है।


यह स्वादिष्ट मिठाई पारंपरिक तरीके से बनाई जाती है और नाग देवता को भोग के रूप में अर्पित की जाती है। मालपुआ न केवल पूजा के लिए विशेष होता है, बल्कि इसे प्रसाद के रूप में परिवार के साथ मिलकर भी खाया जाता है। इसका मीठा स्वाद सभी को भाता है।


खीर और पूड़ी का भोग

खीर और पूड़ी का भोग


मध्य प्रदेश में नाग पंचमी के दिन चावल की खीर और आटे की पूड़ी बनाकर नाग देवता को भोग अर्पित किया जाता है। खीर को मेवों के साथ बनाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।


पूड़ी के साथ इस खीर का भोग नाग देवता को चढ़ाने की परंपरा मध्य प्रदेश में विशेष रूप से देखी जाती है। यह भोग न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पूजा को और भी खास बनाता है।


दाल बाटी

दाल बाटी


राजस्थान में दाल बाटी की अपनी खास पहचान है, और नाग पंचमी के दिन भी यह व्यंजन बनाया जाता है। इस दिन अरहर की दाल को विशेष तरीके से पकाया जाता है।


साथ ही आटे में अजवाइन और मोयन मिलाकर सख्त आटा गूंथा जाता है, जिससे बाटियां तैयार की जाती हैं। इन बाटियों को ओवन या उपले की आंच पर पकाया जाता है। दाल बाटी का यह भोग नाग देवता को अर्पित किया जाता है, जो इस पर्व को और भी खास बनाता है।