नोएडा एयरपोर्ट के पास फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण, युवाओं को मिलेगा रोजगार

नोएडा एयरपोर्ट के निकट फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण
Greater Noida News: नोएडा एयरपोर्ट के समीप यमुना सिटी क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) को प्रोत्साहित करने के लिए यमुना सिटी के सेक्टर 28 में यह फैक्ट्री स्थापित की जाएगी। इसके निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। इस परियोजना की कुल लागत 125 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि यह फैक्ट्री अगले दो वर्षों में तैयार हो जाएगी। जिस सेक्टर 28 में यह फैक्ट्री बनेगी, वहीं एक मेडिकल डिवाइस पार्क का भी निर्माण हो रहा है।
फ्लैटेड फैक्ट्री की विशेषताएँ
फ्लैटेड फैक्ट्री क्या होती है?
फ्लैटेड फैक्ट्री एक बहुमंजिला औद्योगिक भवन है, जिसमें एक से अधिक व्यवसाय एक ही स्थान पर संचालित होते हैं। सरल शब्दों में, यह एक छत के नीचे कई फैक्ट्रियों का समावेश करती है। उत्तर प्रदेश में MSME को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है। फ्लैटेड फैक्ट्री के लिए स्थान का चयन कर लिया गया है और मास्टर प्लान तथा अन्य आवश्यक रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं। इस फैक्ट्री का निर्माण 38,665 वर्ग मीटर में होगा, जिसमें 100 से अधिक फैक्ट्रियाँ एक साथ कार्य कर सकेंगी।
ग्रेटर नोएडा में पहली फ्लैटेड फैक्ट्री
वर्तमान स्थिति
ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में फिलहाल कोई फ्लैटेड फैक्ट्री नहीं है। यह जिले की पहली परियोजना होगी, जिसमें एक ही छत के नीचे कई इकाइयाँ संचालित होंगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि सरकार का उद्देश्य छोटे व्यवसायियों को एक छत के नीचे सभी सुविधाएँ प्रदान करना है। इससे निवेशकों को सहूलियत मिलेगी और युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
फ्लैटेड फैक्ट्री की सुविधाएँ
सुविधाओं की उपलब्धता
फ्लैटेड फैक्ट्री में प्राधिकरण द्वारा बिजली, पानी, अग्निशामक प्रणाली, लिफ्ट और एयर कंडीशनिंग जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। फैक्ट्री का डिज़ाइन इस प्रकार होगा कि पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। सुरक्षा के लिए परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
एयरपोर्ट पर यात्री दबाव
यात्री दबाव में वृद्धि
यमुना सिटी में फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों का दबाव बढ़ेगा। जयपुर, मुंबई और अन्य शहरों के व्यवसायी यहाँ उद्योग स्थापित कर एक ही दिन में आना-जाना कर सकेंगे। वर्तमान में, ग्रेटर नोएडा में उद्योग स्थापित करने वाले बाहरी व्यवसायियों को हवाई यात्रा के लिए दिल्ली एयरपोर्ट का उपयोग करना पड़ता है।