पितृ पक्ष में किन चीजों की खरीदारी से बचें: जानें नियम

पितृ पक्ष का महत्व
पितृ पक्ष का समय अपने पूर्वजों को याद करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए समर्पित होता है। इस अवधि में श्रद्धा और पिंडदान के माध्यम से हम अपने पितरों को तर्पण करते हैं। इस साल पितृ पक्ष 7 सितंबर से शुरू होकर 21 सितंबर तक चलेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने वंशजों का हालचाल लेते हैं।
कौन-कौन सी चीजें न खरीदें
इस समय कुछ चीजों की खरीदारी से बचना चाहिए। यदि इन नियमों का पालन नहीं किया गया, तो पितरों की कृपा में बाधा आ सकती है।
गहने और नए कपड़े
पितृ पक्ष के दौरान सोने-चांदी के गहनों या महंगे आभूषणों की खरीदारी वर्जित है। नए कपड़े पहनना या खरीदना भी अशुभ माना जाता है। इस समय सादगीपूर्ण वस्त्र पहनना उचित होता है।
जमीन-जायदाद और वाहन
इस अवधि में नया मकान, जमीन या कोई प्रॉपर्टी खरीदना शुभ नहीं माना जाता। यही नियम वाहनों की खरीद पर भी लागू होता है।
नए बर्तन
पितृ पक्ष में नए बर्तन खरीदने से नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है। इसलिए पुराने बर्तनों का उपयोग करना ही बेहतर होता है।
रसोईघर से जुड़ा सामान
कुछ रसोई की चीजें, जैसे सरसों का तेल, झाड़ू और नमक, इस समय खरीदना वर्जित है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान
टीवी, फ्रिज, कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीदारी से परहेज करना चाहिए। यह समय आत्मिक शांति का है, न कि भौतिक सुख-सुविधाओं में निवेश का।
अन्य वर्जनाएं
- इस दौरान विवाह या अन्य मांगलिक आयोजन करना वर्जित है।
- तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली, अंडा, प्याज और लहसुन का सेवन न करें।
- धार्मिक कार्य करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- दूसरों के प्रति अपमानजनक व्यवहार न करें।