बकरीद 2023: प्रशासन की तैयारियां और कुर्बानी के लिए दिशा-निर्देश

बकरीद का त्योहार और प्रशासन की तैयारियां
मौलाना शाहबुद्दीन रजवी: इस्लाम का महत्वपूर्ण त्योहार ईद-उल-अजहा, जिसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है, इस वर्ष 7 जून को पूरे देश में मनाया जाएगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश में प्रशासन ने सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि त्योहार को शांति और नियमों के अनुसार मनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने भी बकरीद के संबंध में एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें मुसलमानों से अनुरोध किया गया है कि वे कुर्बानी केवल निर्धारित स्थानों पर और साफ-सुथरे तरीके से करें।
बकरीद की परंपरा और विवाद
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बताया कि बकरीद कोई नया त्योहार नहीं है, बल्कि यह 1450 साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है। हर साल की तरह, इस बार भी 7 जून को कुर्बानी का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग, जैसे हैदराबाद के टी. राजा, मुंबई के नितेश राणे और गाजियाबाद के विधायक नंद किशोर गुर्जर, इस त्योहार को लेकर विवाद उत्पन्न करना चाहते हैं, जो साम्प्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है।
एडवाइजरी में दिए गए निर्देश
एडवाइजरी में क्या कहा गया है?
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि जो मुसलमान कुर्बानी देने की स्थिति में हैं, उनके लिए यह अनिवार्य है। कुर्बानी 7, 8 और 9 जून को की जा सकती है। यह केवल एक रस्म नहीं है, बल्कि हजरत इब्राहीम और उनके बेटे हजरत इस्माईल की सुन्नत है।
एडवाइजरी
- सड़क, गली या सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी न करें।
- साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें और जानवरों के अवशेष नगर निगम के डस्टबिन में डालें।
- कुर्बानी के समय फोटो या वीडियो न लें और सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें।
- गोश्त को अच्छी तरह पैक करके बांटें और उसका एक तिहाई हिस्सा गरीबों को दें।
- जानवर की खाल को खुदा की राह में सदका करें।
नमाज के बाद विशेष दुआ
बकरीद की नमाज के बाद लोगों से अपील की गई है कि वे देश में अमन-चैन, अपने घर की खुशहाली और सीमा पर तैनात सैनिकों की सलामती के लिए दुआ करें। इसके साथ ही, भीषण गर्मी से राहत के लिए भी दुआ करने का आग्रह किया गया है।