महादुर्गाष्टमी: मां महागौरी की पूजा का महत्व और विधि
महादुर्गाष्टमी पर मां महागौरी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भक्तों को इच्छित फल, स्वास्थ्य और पुण्य की प्राप्ति होती है। जानें इस दिन की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और विशेष उपाय, जो आपके करियर और आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं। मां की कृपा पाने के लिए 108 नामों का जप और अन्य उपायों के बारे में विस्तार से जानें।
Sep 27, 2025, 12:55 IST
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महादुर्गाष्टमी का महत्व
महादुर्गाष्टमी के अवसर पर मां महागौरी की पूजा को अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इस दिन मां की आराधना से भक्तों को इच्छित फल, स्वास्थ्य और पुण्य की प्राप्ति होती है। शारदीय नवरात्रि के महाअष्टमी पर यदि भक्त का मन सच्ची साधना की ओर अग्रसर हो, तो देवी उन्हें जीवन की सभी सुख-सुविधाएं प्रदान करती हैं। आइए, हम आपको महाष्टमी व्रत के महत्व और पूजा विधि के बारे में जानकारी देते हैं।
शारदीय महा दुर्गाष्टमी के बारे में जानें
महादुर्गाष्टमी के दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है, जो आदिशक्ति का एक रूप हैं। उन्हें पवित्रता, शांति और सादगी का प्रतीक माना जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन मां दुर्गा ने चंड, मुंड और रक्तबीज जैसे असुरों का वध किया था। वैदिक पंचांग के अनुसार, 30 सितंबर को शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि है। इस दिन देवी मां गौरी की भक्ति भाव से पूजा की जाएगी और व्रत रखा जाएगा। अष्टमी तिथि पर संधि पूजा भी की जाती है।
महाअष्टमी का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, 29 सितंबर को शाम 04:32 बजे आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी। वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 30 सितंबर को शाम 06:06 बजे होगा। महा अष्टमी का व्रत 30 सितंबर को रखा जाएगा। संधि पूजा का समय 30 सितंबर को संध्या 05:42 बजे से लेकर 06:30 बजे तक है।
महाष्टमी पर पूजा का विशेष लाभ
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां दुर्गा की सच्चे मन से पूजा करने का विशेष लाभ मिलता है। यदि आप देवी की कृपा पाना चाहते हैं, तो इस दिन मां दुर्गा के 108 नामों का जप करें। शास्त्रों में कहा गया है कि सच्चे मन से मंत्रों का जप करने से माता रानी अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि लाती हैं। यह व्रत न केवल पूजा-पाठ का अवसर है, बल्कि आस्था और मनोकामनाओं की पूर्ति का भी प्रतीक है।
महाष्टमी पर महागौरी की पूजा
महाष्टमी के दिन नवदुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा का विधान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की प्राप्ति के लिए उन्होंने कठोर तप किया था, जिससे उनका शरीर काला पड़ गया। जब भगवान शिव ने दर्शन दिए, तब उनकी कृपा से उनका शरीर गौर हो गया।
महाअष्टमी पर विशेष उपाय
महाअष्टमी या दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा के स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन कई लोग हवन करके कन्या पूजन भी करते हैं। जिनके घर में अष्टमी पूजा होती है, वे सप्तमी के दिन उपवास रखकर अष्टमी में कन्या पूजन के बाद व्रत का पारण करते हैं।
अष्टमी और महाअष्टमी का महत्व
मान्यताओं के अनुसार, अष्टमी तिथि के दिन महागौरी का पूजन किया जाता है। माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तप किया था। तपस्या के दौरान उन्होंने केवल कंदमूल फल और पत्तों का आहार किया। इसके बाद वह केवल वायु पीकर तप करने लगीं। उनके कठोर तप से उन्हें महान गौरव प्राप्त हुआ। माता की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें गंगा में स्नान करने के लिए कहा गया। जब माता गंगा में स्नान करने गईं, तब उनका स्वरूप श्याम वर्ण के साथ प्रकट हुआ। स्नान के बाद उनका स्वरूप उज्जवल चंद्र के समान प्रकट हुआ, जिससे उनका नाम महागौरी पड़ा।
कन्या पूजन का महत्व
शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन को विशेष महत्व दिया गया है। सामान्यतः लोग सभी नौ दिनों में कन्याओं का पूजन कर सकते हैं, लेकिन अधिकांश श्रद्धालु दुर्गा अष्टमी और महानवमी पर ही इसे करते हैं। इस बार शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को महानवमी पर किया जाएगा।
महाअष्टमी पर विशेष उपाय
महाअष्टमी के दिन कुछ विशेष उपाय करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। यदि आप अपने करियर में सफलता या व्यापार में वृद्धि चाहते हैं, तो यह दिन आपके लिए बेहद शुभ है।
कपूर और लौंग से उपाय
महाअष्टमी के दिन माता रानी को कपूर और लौंग अर्पित करें। पूजा के बाद इस कपूर को जलाकर घर में घुमाएं। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर आपके करियर और व्यापार में उन्नति के नए रास्ते खोलता है।
स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं
एक पान का पत्ता लें और उस पर केसर, इत्र और घी मिलाकर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इस पत्ते पर कलावा लपेटकर एक सुपारी रखें और इसे मां दुर्गा को अर्पित करें। यह उपाय आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है और कार्यक्षेत्र में सफलता दिलाता है।
धन लाभ के उपाय
महाअष्टमी पर धन लाभ और आर्थिक तंगी दूर करने के लिए कुछ उपाय करें।
चावल का दीपक जलाएं
महाअष्टमी की रात को पूजा के बाद चावल का एक दीपक अपनी तिजोरी में रखें। यह उपाय धन को आकर्षित करता है और आपकी तिजोरी को हमेशा भरा रखता है।
तुलसी जी के पौधे को दूध का अर्घ्य दें
घर की सुख-समृद्धि के लिए और आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए महाअष्टमी के दिन तुलसी के पौधे को दूध का अर्घ्य दें। यह उपाय घर में धन और सकारात्मकता लाता है।