रक्षा बंधन 2025: इन 5 स्थानों पर दीप जलाने से मिलेगी समृद्धि

रक्षा बंधन का महत्व
रक्षा बंधन 2025: यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसके बदले में भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं। द्रिक पंचांग के अनुसार, यह पर्व हर साल श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष, 9 अगस्त 2025 को यह पर्व पूरे देश में मनाया जाएगा। इस दिन कुछ विशेष उपाय करना भी लाभकारी होता है।
दीप जलाने का धार्मिक महत्व
भारतीय परंपरा में घर में दीप जलाना एक महत्वपूर्ण रस्म है। दीपक को ज्ञान, प्रकाश और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह न केवल घर में सुख-समृद्धि लाता है, बल्कि वास्तु दोष से भी मुक्ति दिलाता है। विशेषकर शाम के समय दीप जलाना शुभ माना जाता है।
इन 5 स्थानों पर जलाएं दीप
- मुख्य द्वार
रक्षा बंधन की शाम, घर के मुख्य द्वार पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर घी का दीपक जलाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और गृह क्लेश से मुक्ति मिलेगी।
- मंदिर
मुख्य द्वार के अलावा, घर के मंदिर में भी पूर्व या उत्तर दिशा में दीप जलाएं। इससे घर में सकारात्मकता का संचार होगा और परिवार के सदस्यों को मानसिक शांति मिलेगी।
- तुलसी का पौधा
यदि आपके घर में तुलसी का पौधा है, तो उसके पास भी घी का दीपक जलाएं। इससे देवी तुलसी और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होगी, और घर में धन की देवी लक्ष्मी का वास होगा।
- किचन
किचन को घर का मुख्य स्थान माना जाता है। यहां दीप जलाना शुभ होता है। उत्तर-पूर्व दिशा में दीप जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मां अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त होती है।
- तिजोरी
रक्षा बंधन की शाम, घर की तिजोरी के पास उत्तर दिशा में घी का दीप जलाएं। इससे धन-धान्य में वृद्धि होगी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।