Newzfatafatlogo

रक्षाबंधन: भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व

रक्षाबंधन का पर्व इस शनिवार को मनाया जाएगा, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। इस बार बहनें बिना किसी भद्रा के पूरे दिन अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी। जानें इस पर्व का महत्व, शुभ समय और बाजार में राखियों की विविधता के बारे में।
 | 
रक्षाबंधन: भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व

रक्षाबंधन का महत्व


  • रक्षा बंधन पर विशेष योग: आयुष्मान, स्वार्थ सिद्धी, सिद्धि और सौभाग्य योग


रक्षाबंधन का पर्व, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है, इस शनिवार को श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। यह दिन भाई-बहन के स्नेह, सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक है। इस अवसर पर बहनें भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। इस बार बहनों को राखी बांधने के लिए किसी विशेष समय की चिंता नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि इस दिन भद्रा का प्रभाव नहीं रहेगा। इससे बहनें पूरे दिन कभी भी अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी।


राखी बांधने का शुभ समय

राखी बांधने का शुभ समय सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक रहेगा। विशेष रूप से, एक बजकर 52 मिनट से लेकर शाम चार बजकर 33 मिनट तक का समय शुभ माना गया है। इस बार रक्षा बंधन पर आयुष्मान योग, स्वार्थ सिद्धी योग, सिद्धि योग और सौभाग्य योग का संयोग भी बन रहा है। यह पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है, और जब पूर्णिमा तीन मुहूर्त या उससे अधिक व्यापिनी हो और भद्रा न हो, तब इसे प्रदोष काल से पहले मनाना उत्तम होता है।


बाजार में रौनक

रक्षाबंधन के अवसर पर शहर के सभी मुख्य बाजार जैसे हनुमान गली, तांगा चौक, गोहाना रोड और सफीदों रोड रंग-बिरंगी राखियों से सज गए हैं। बहनें दुकानों पर आकर्षक और बच्चों के लिए कार्टून आधारित राखियां खरीद रही हैं। बाजार में राखियों की कीमत 10 रुपये से लेकर 500 रुपये तक है।


धार्मिक प्रतीक वाली राखियों की मांग

इस बार बहनों की पसंद में विविधता देखने को मिल रही है। सबसे अधिक मांग में डायमंड, रुद्राक्ष, ओम और त्रिशूल डिजाइन वाली राखियां हैं। दुकानदार सुमित के अनुसार, बहनें धार्मिक प्रतीक वाली राखियों को प्राथमिकता दे रही हैं। बच्चों के लिए कार्टून राखियों की बिक्री भी हो रही है, जिसमें टेडी बियर, छोटा भीम, डोरेमोन जैसी राखियां शामिल हैं।


भद्रा का प्रभाव नहीं

बाजारों में रौनक और भीड़ बढ़ती जा रही है। जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार नौ अगस्त को मनाया जाएगा। इस बार यह दिन खास है क्योंकि तीन साल बाद ऐसा संयोग बना है जब पूरे दिन राखी बांधने का शुभ समय रहेगा। इस दिन भद्रा का प्रभाव नहीं रहेगा, जिससे बहनों को पहले की तरह इंतजार नहीं करना पड़ेगा। नौ अगस्त को पूर्णिमा तिथि के साथ पूरा दिन शुभ रहेगा।