विनायक चतुर्थी: गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय
गणेश जी की कृपा पाने के लिए करें ये विशेष कार्य
विनायक चतुर्थी का महत्व
हर महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत मनाया जाता है। इस दिन भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं। इस वर्ष मार्गशीर्ष माह की विनायक चतुर्थी 24 नवंबर को है। इस दिन कुछ विशेष कार्य करके आप गणेश जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
अर्पित करें ये भोग
विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश को मोदक के साथ-साथ केले, मौसमी फल, बेसन के लड्डू, खीर और मीठा पूरन पोली का भोग अर्पित किया जा सकता है। इससे गणेश जी प्रसन्न होकर भक्त को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इसके अतिरिक्त, दूर्वा, सिंदूर, लाल फूल (विशेषकर कमल), जनेऊ, सुपारी आदि भी अर्पित करें।
दूर्वा अर्पित करने की विधि
गणेश जी की पूजा में दूर्वा अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। विनायक चतुर्थी के दिन पूजा के समय 21 दूर्वा अर्पित करें। पहले 21 दूर्वा को साफ पानी से धोकर बांध लें। फिर गणेश जी को अर्पित करते समय 'श्री गणेशाय नम: दूर्वाकुरान् समर्पयामि' मंत्र का जप करें। इससे विघ्नहर्ता प्रसन्न होते हैं और जीवन के सभी विघ्न दूर होते हैं।
गणेश जी के मंत्र
विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी के मंत्रों का जप करना भी उनकी कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावी उपाय है। पूजा के दौरान निम्नलिखित मंत्रों का जप करें:
- श्री गणेशाय नम:
- वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकायेर्षु सर्वदा॥ - ऊं गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा
- गणेश गायत्री मंत्र: ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ:। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकायेर्षु सर्वदा॥
- गणेश बीज मंत्र: ऊ गं गणपतये नम:
