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विनायक चतुर्थी पर ऋण मुक्ति के लिए गणेश स्तोत्र का पाठ करें

विनायक चतुर्थी के अवसर पर कर्ज से मुक्ति पाने के लिए गणेश जी के स्तोत्रों का पाठ करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इस लेख में जानें कैसे ऋणहर्ता गणेश और ऋण मोचन गणपति स्तोत्र का पाठ करके आप आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही, इन स्तोत्रों के पाठ की विधि और लाभ भी जानें।
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विनायक चतुर्थी पर ऋण मुक्ति के लिए गणेश स्तोत्र का पाठ करें

विनायक चतुर्थी का महत्व


कल मनाई जाएगी विनायक चतुर्थी


यदि आप कर्ज के बोझ से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी का दिन आपके लिए विशेष रूप से शुभ है। मार्गशीर्ष मास की विनायक चतुर्थी 24 तारीख को मनाई जाएगी, और इस दिन गणेश जी की पूजा का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर ऋणहर्ता गणेश और ऋण मोचन गणपति स्तोत्र का पाठ करना न भूलें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन स्तोत्रों का पाठ करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।


ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र

ज्योतिष के अनुसार, यह स्तोत्र नियमित रूप से एक माला (108 बार) जाप करने से कर्ज से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है। इसके निरंतर पाठ से व्यक्ति की दरिद्रता दूर होती है और वह कुबेर के समान समृद्धि प्राप्त कर सकता है।



  • ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्।


    ब्रह्मादि-देवै: परि-सेव्यमानं सिद्धैयुर्तं तं प्रणामि देवम्॥


  • सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं शम्भुना सम्यगर्चित:।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • हिरण्य-कश्यप्वादीनां वधार्थे विष्णुनार्चित:।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • महिषस्य वधे देव्या गण-नाथ: प्रपुजित:।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • तारकस्य वधात् पूर्वं कुमारेण प्रपूजित:।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • भास्करेण गणेशो हि पूजितश्छवि-सिद्धए।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • शशिना कान्ति-वृद्धयर्थं पूजितो गण-नायक:।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • पालनाय च तपसां विश्वामित्रेण पूजित:।


    सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे॥


  • इदं त्वृण-हर-स्तोत्रं तीव्र-दारिर्द्य-नाशनं,

  • एक-वारं पठेन्नित्यं वर्षमेकं सामहित:।


    दारिर्द्यं दारुणं त्यक्त्वा कुबेर-समतां व्रजेत्॥



ऋणमोचन गणपति स्तोत्र

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह स्तोत्र भी ऋण से मुक्ति के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है। विशेष रूप से बुधवार को इसका पाठ करना फलदायी होता है।


ऋण मोचन गणपति स्तोत्र के लाभ

इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से व्यक्ति को ऋण और गरीबी से छुटकारा मिलता है। यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, जिससे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऋण मोचन गणपति जीवन में प्रगति को तेज करता है और सौभाग्य लाता है।


ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्र का पाठ कैसे करें?

किसी भी स्तोत्र या मंत्र का जाप करते समय मन को शांत रखें और श्रद्धा के साथ जाप करें। आप रोजाना सुबह या शाम, विशेषकर बुधवार को, इन मंत्रों और स्तोत्रों का पाठ कर सकते हैं। ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का एक वर्ष तक नियमित पाठ करने से कर्ज से मुक्ति और धन-धान्य की वृद्धि होती है।