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शारदीय नवरात्र में जन्मे बच्चों की विशेषताएँ

शारदीय नवरात्र के दौरान जन्मे बच्चों को भाग्यशाली माना जाता है। इस लेख में जानें कि कैसे ये बच्चे परिवार में खुशियों का संचार करते हैं और उनकी विशेषताएँ क्या होती हैं। साथ ही, जानें कि इनका व्यक्तित्व और सफलता का सफर कैसा होता है।
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शारदीय नवरात्र में जन्मे बच्चों की विशेषताएँ

परिवार में खुशियों का संचार


Sharadiya Navratri, नई दिल्ली: नवरात्र का समय माता रानी की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस नौ दिवसीय अवधि में भक्त व्रत रखते हैं और देवी के विभिन्न स्वरूपों की आराधना करते हैं। यदि इस दौरान आपके परिवार या रिश्तेदारों में किसी बच्चे का जन्म होता है, तो यह एक विशेष संकेत माना जा सकता है। इस वर्ष शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक चलेगा, जिससे यह पर्व 10 दिनों का होगा।


भाग्यशाली बच्चों की पहचान

शारदीय नवरात्र में जन्मे बच्चों को अत्यंत भाग्यशाली माना जाता है। यह मान्यता है कि मां दुर्गा की विशेष कृपा इन पर होती है, जिससे परिवार में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। यदि इस दौरान कन्या का जन्म होता है, तो इसे विशेष रूप से शुभ माना जाता है, क्योंकि उसे देवी का स्वरूप माना जाता है।


कड़ी मेहनत से सफलता की ओर

इन बच्चों में बुद्धिमत्ता और धार्मिक प्रवृत्ति होती है। वे जिस भी क्षेत्र में कदम रखते हैं, वहां सफलता प्राप्त करते हैं। उनकी मेहनत उन्हें जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचाती है। ये लोग हंसमुख होते हैं और जल्दी दोस्त बना लेते हैं।


प्रभावशाली व्यक्तित्व

शारदीय नवरात्र में जन्मे व्यक्तियों का व्यक्तित्व प्रभावशाली होता है। वे समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाते हैं और हर कार्य में किस्मत का साथ पाते हैं। ये लोग शिक्षा में भी अच्छे होते हैं और जीवन में कोई न कोई उपलब्धि अवश्य प्राप्त करते हैं।


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