शारदीय नवरात्रि 2025: 9 दिन की पूजा और विजयदशमी का महत्व

शारदीय नवरात्रि का पर्व
Shardiya Navratri 2025: हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व चार बार मनाया जाता है, जिसमें चैत्र, शारदीय, आषाढ़ गुप्त और माघ गुप्त नवरात्रि शामिल हैं। हर वर्ष आश्विन महीने में शारदीय नवरात्रि का आयोजन होता है। यह पर्व 9 दिनों तक चलता है, जिसके बाद दशहरा या विजयदशमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है और भक्त व्रत रखते हैं।
नवरात्रि का महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भक्त सच्चे मन से शारदीय नवरात्रि में पूजा करता है, मां दुर्गा उसकी सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि का पर्व 9 दिन क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी।
महिषासुर का वध
प्राचीन समय में महिषासुर नामक राक्षस का आतंक बढ़ता जा रहा था। उसने स्वर्ग में भी प्रवेश कर लिया था, जिससे देवताओं में हड़कंप मच गया। तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु और शिव ने मिलकर देवी दुर्गा को उत्पन्न किया। मां दुर्गा में तीनों देवताओं की शक्तियां थीं, इसलिए उन्हें महाशक्ति कहा गया।
मां दुर्गा ने महिषासुर का वध करने के लिए 9 दिन तक युद्ध किया। 10वें दिन उन्होंने राक्षस का वध किया, जिस दिन विजयदशमी मनाई जाती है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था।
शारदीय नवरात्रि 2025 की तिथियाँ
द्रिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर 2025 को सुबह 1:23 बजे से शुरू होगी और 23 सितंबर को सुबह 2:55 बजे तक चलेगी। इस बार तृतीया तिथि दो दिन रहेगी, जिससे नवरात्रि का पर्व 10 दिन तक चलेगा।
22 सितंबर को प्रतिपदा, 23 को द्वितीया, 24 और 25 को तृतीया, 26 को चतुर्थी, 27 को पंचमी, 28 को षष्ठी, 29 को सप्तमी, 30 को महाअष्टमी, 1 अक्टूबर को महानवमी और 2 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा।