शारदीय नवरात्रि: माता दुर्गा की चौकी स्थापित करने के सही दिशा के उपाय
शारदीय नवरात्रि का पर्व 22 सितंबर से शुरू हो रहा है, जिसमें भक्तजन मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस लेख में जानें कि माता की चौकी को किस दिशा में स्थापित करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही दिशा का चयन घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति लाता है। उत्तर-पूर्व दिशा को सबसे शुभ माना जाता है, लेकिन अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं। जानें पूजा के दौरान दिशा का महत्व और इसके लाभ।
Sep 21, 2025, 17:35 IST
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शारदीय नवरात्रि का आगाज़
शारदीय नवरात्रि का पर्व कल, यानी 22 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है। यह त्योहार मां दुर्गा को समर्पित है, जिसमें भक्तजन व्रत रखते हैं और पूजा-पाठ करते हैं। यदि आप भी देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस विशेष उपाय को अवश्य अपनाएं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, चौकी की सही दिशा का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनाए रखता है, बल्कि साधक की मानसिक और आध्यात्मिक स्थिरता को भी मजबूत करता है। आइए, जानते हैं नवरात्रि में माता चौकी को कहां और कैसे स्थापित करना चाहिए।
माता की चौकी की स्थापना की दिशा
माता की चौकी किस दिशा में लगाएं
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की चौकी स्थापित करने के लिए सही दिशा का चयन करना आवश्यक है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा स्थल और मां की चौकी का सही दिशा में होना घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति लाता है। माता की चौकी को उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिशा ईशान कोण कहलाती है और मानसिक स्थिरता, शारीरिक सुकून और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है। इस दिशा में चौकी लगाने से घर का माहौल पवित्र बना रहता है और पूजा का प्रभाव भी गहरा होता है। इससे परिवार में प्रेम, सौहार्द और समृद्धि बनी रहती है。
यदि आपके घर की स्थिति के कारण उत्तर-पूर्व दिशा उपलब्ध नहीं है, तो आप चौकी को पश्चिम दिशा में भी रख सकते हैं। पूजा करते समय अपना मुख पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर रखें। विशेष रूप से पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करने से चेतना जागृत रहती है और आपके घर में आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।