Newzfatafatlogo

हरियाणा में मौसम में बदलाव: बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

हरियाणा में मौसम में बदलाव आ रहा है, जहां पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। सिरसा में धुंध ने विजिबिलिटी को प्रभावित किया है, जिससे किसानों को राहत मिली है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जानें इस मौसम का किसानों पर क्या असर पड़ेगा और कब तक बारिश की संभावना है।
 | 
हरियाणा में मौसम में बदलाव: बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

हरियाणा मौसम अपडेट 5 अक्टूबर

चंडीगढ़। हरियाणा में मौसम का मिजाज बदलने वाला है! पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से रविवार से पूरे राज्य में मौसम में हलचल देखने को मिलेगी। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए बारिश और ओलावृष्टि के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।


शनिवार सुबह सिरसा में इस सीजन की पहली धुंध ने दस्तक दी, जिससे विजिबिलिटी घटकर केवल 20 मीटर रह गई। किसानों के लिए यह बदलाव राहत लेकर आया है, क्योंकि आने वाले दिनों में फसलों को मौसम का पूरा सहयोग मिलेगा।


पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग के प्रमुख डॉ. एमएल खीचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ शनिवार रात को सक्रिय हो चुका है। इसके प्रभाव से दक्षिणी पंजाब और उत्तरी राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है।


बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी की आपूर्ति हो रही है, जो इस विक्षोभ को और अधिक ताकत और पानी प्रदान करेगी। नतीजतन, राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि कुछ स्थानों पर तेज बौछारें और ओलावृष्टि की संभावना भी है।


गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना

डॉ. खीचड़ ने आगे बताया कि इसका प्रभाव 5 अक्टूबर की सुबह से शुरू होगा और 8 अक्टूबर तक कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। 9 अक्टूबर से आसमान साफ हो जाएगा और तापमान में लगभग 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। यह ठंडक सरसों और चने की बुआई के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी।


सिरसा में धुंध का असर

सिरसा में शनिवार को मौसम ने पूरी तरह से तेवर बदले। सुबह घने कोहरे ने शहर को ढक लिया, जिससे विजिबिलिटी 20 मीटर से नीचे गिर गई। यह धुंध सुबह 9 बजे तक बनी रही। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि हवा में नमी की अधिकता के कारण यह धुंध बनी, जो किसानों के लिए शुभ संकेत है।


कृषि विभाग सिरसा के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुखदेव कंबोज ने बताया कि यह बासमती चावल के लिए एक सुनहरा अवसर है- खुशबू और गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा।


उन्होंने स्पष्ट किया कि यह स्मॉग नहीं है, क्योंकि धान की कटाई अभी शुरू नहीं हुई है। प्रदूषण का कोई सवाल नहीं उठता। यह मौसमी धुंध बासमती की कीमतों में वृद्धि का संकेत भी दे रही है। किसानों से अपील की गई है कि वे अगले तीन दिनों तक मौसम पर ध्यान दें और ओलावृष्टि के समय फसलों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें।