हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी: मानसून के बाद पहली सफेद चादर

हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का आगाज़
शिमला: मानसून के समाप्त होते ही हिमाचल प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से रविवार (5 अक्टूबर) को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जो सामान्यतः होने वाले समय से लगभग 20 दिन पहले है। इस बर्फबारी के कारण तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है, जिससे पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की खुशी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने सोमवार (6 अक्टूबर) के लिए कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
रविवार को चंबा, लाहौल-स्पीति, सोलंग वैली और धौलाधार की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई। मनाली में अटल टनल के पास बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पर्यटक वहां पहुंचे। बर्फबारी की सूचना मिलते ही निचले क्षेत्रों से भी लोग पहाड़ों की ओर बढ़ने लगे हैं। आमतौर पर हिमाचल में बर्फबारी अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में होती है, लेकिन इस बार मौसम ने पहले ही बदलाव दिखाया है।
बर्फबारी के कारण रोहतांग दर्रे पर फिसलन बढ़ गई है, जिसके चलते प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो वाहनों को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं।
मौसम विभाग ने 6 और 7 अक्टूबर को प्रदेश में बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। आज के लिए चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान तेज हवाएं 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। प्रदेश का अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 11 अक्टूबर तक प्रदेश में बादल छाए रहेंगे, हालांकि आगे के लिए कोई विशेष अलर्ट नहीं है।