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हिसार की बेटियों का कुश्ती में नया मुकाम: वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी

हिसार की तीन बेटियां, अंतिम पंघाल, राधिका और निशु, वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में भारत का नाम रोशन करने के लिए तैयार हैं। इनका चयन क्रोएशिया में होने वाली प्रतियोगिता के लिए हुआ है, जहां वे अपने-अपने वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी। राधिका ने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं, जबकि अंतिम और निशु की प्रेरक कहानियां युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। जानें इनकी मेहनत और संघर्ष के बारे में।
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हिसार की बेटियों का कुश्ती में नया मुकाम: वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी

भारत का नाम रोशन करने की तैयारी

हिसार समाचार, (हिसार) : हिसार की तीन प्रतिभाशाली पहलवान, अंतिम पंघाल, राधिका और निशु, वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में भारत का नाम रोशन करने के लिए तैयार हैं। इनका चयन 13 सितंबर से क्रोएशिया में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता के लिए किया गया है। तीनों पहलवान अब क्रोएशिया में अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग कैंप में पहुंच चुकी हैं और कड़ी मेहनत कर रही हैं। चयन की खबर ने खिलाड़ियों और उनके परिवारों में खुशी की लहर दौड़ा दी है। अंतिम 53 किलो, निशु 55 किलो और राधिका 68 किलो वर्ग में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी। ये तीनों पहले भी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई मेडल जीत चुकी हैं।


राधिका का प्रेरणादायक सफर

राधिका का शानदार रिकॉर्ड

सेक्टर-17 की राधिका पिछले 8 वर्षों से स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) में प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य, अंडर-23 एशिया चैंपियनशिप में स्वर्ण और सीनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर अपनी क्षमता साबित की है। राधिका का यह प्रदर्शन युवा पहलवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


अंतिम पंघाल की प्रेरक कहानी

अंतिम पंघाल की प्रेरक कहानी

अर्जुन पुरस्कार विजेता अंतिम पंघाल ने 8 साल पहले अपने गांव भगाना के अखाड़े में कुश्ती की शुरुआत की थी। उन्होंने बताया कि 2016 में गांव की लड़कियों को कुश्ती करते देख उन्होंने भी इस खेल को अपनाया। गांव में कोच की कमी के कारण उनके पिता रामनिवास ने परिवार के साथ हिसार शिफ्ट होने का निर्णय लिया, ताकि अंतिम को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके। अंतिम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है।


निशु की मेहनत और समर्पण

निशु की मेहनत

जींद की निशु पिछले दो वर्षों से साई में प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने सीनियर एशियन चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन से भारत का मान बढ़ाया है। उनके कोच सुनील ढुल का कहना है कि निशु की मेहनत और अनुशासन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। अब क्रोएशिया में ये तीनों बेटियां भारत की ताकत दिखाने के लिए तैयार हैं।