सिर्फ खाने में खुशबू और स्वाद ही नहीं बढ़ाती हींग, इन 5 तकलीफों से भी दिलाती है राहत!

भारतीय मसालों में हींग का महत्वपूर्ण स्थान है। अपनी सुगंध और औषधीय गुणों के कारण भारतीय व्यंजनों में हींग का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसके अलावा हींग का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार में भी किया जाता है। चाहे दाल में स्वाद बढ़ाना हो या फिर अचार और चटनी में खुशबू बढ़ानी हो, हींग का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है। खाने के अलावा भी हींग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। हींग रक्तचाप को कम करता है, अस्थमा से राहत देता है, मासिक धर्म के दर्द से राहत देता है, सिरदर्द से राहत देता है और पाचन समस्याओं से राहत देता है।
हींग में छिपा है सेहत का खजाना
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले आयुर्वेदाचार्य डाॅ. शालिनी जुगरा ने हींग के फायदे बताते हुए कहा कि हींग का इस्तेमाल व्यंजनों में मसाले के रूप में किया जाता है. आयुर्वेद में भी इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में कारगर है. हींग दिल को स्वस्थ बनाता है और अस्थमा के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। उन्होंने कहा कि यह एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल है, जिसका उपयोग सर्दियों के दौरान भी किया जा सकता है। इस गुण के कारण यह अस्थमा और अन्य श्वसन रोगों में उपयोगी है। भोजन में हींग का सेवन करने से सूखी खांसी, सिरदर्द और पीरियड्स के दर्द से राहत मिलती है। यह रक्त वाहिकाओं में सूजन को भी कम करता है।
पाचन संबंधी समस्या रहेगी.
डॉ. शालिनी जुगरान ने कहा कि हींग पाचन तंत्र के लिए एक उत्कृष्ट भोजन है। अपने कार्बिनेटिव गुणों के कारण यह पाचन संबंधी रोगों को ठीक करता है। यह कब्ज और हाइपर एसिडिटी में भी बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि अगर पेट में बदहजमी महसूस हो तो हिंग का एक छोटा सा टुकड़ा लें और उसे जीरे के साथ भून लें और फिर उसमें काला नमक मिला लें. इसे हल्का सा पीस लें और गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करें। इससे पेट दर्द से राहत मिलती है। अगर कोई दांत दर्द से परेशान है तो हींग का लेप लगाने से दांत दर्द से राहत मिलती है।